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जब निकला एक ही परिवार के आठ लोगों का जनाजा, दहल गया कलेजा

पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद में इमारत गिरने से हुई थी 11 लोगों की मौत

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मलबे से निकाले गये थे 22 लोग, पांच का अस्पताल में चल रहा इलाज

दिल्ली, भदैनी मिरर। पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद में इमारत गिरने से 11 लोगों की मौत से तीन दिन बाद भी इलाके में मातम पसर गया है। मृतकों में बच्चे भी थे। इनमें से दस मृतकों के शवों को रविवार शाम गली नंबर दो में लाया गया तो यह देख लोगों का कलेजा दहल गया। जनाजे की नमाज ईदगाह में हुई और शवयात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। इन 11 लाशों में एक ही परिवार के आठ लोगों के शव थे। जब इनके जनाजे निकले तो लोगों का कलेजा फट गया। हालांकि गली नम्बर एक में दस शव लाये गये थे, जिन्हें दफन किया गया। उधर, इस घटना का का एक शर्मनाक पहलू यह है कि एंबुलेंस के लिए पैसे मांगे गए। यह पीड़ित परिवार का आरोप है।

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गौरतलब है कि शुक्रवार की देर रात 2.50 बजे दयालपुर के शक्ति विहार गली नंबर-1 में चार मंजिला इमारत जमींदोज हो गई थी। हादसे में एक ही परिवार के आठ लोगों समेत कुल 11 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 11 लोग जख्मी हो गए थे। छह लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। बाकी पांच घायलों का इलाज जारी है।

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लोनी ले जाया गया इशहाक का शव

 

हादसे के बाद मकान मालिक तहसीन का शव सबसे पहले निकाला गया, फिर उनके बेटे नाजिम, दो बहुओं चांदनी व शाहीन, पोती आफरीन, पोते अनस व आठ माह का अफ्फान और किरायेदार दानिश इसके भाई नावेद व दूसरी किरायेदार रेशमा, तहसीन के श्वसुर इशहाक का शव निकाला गया। उनका शव उनके घर लोनी लेकर जाया गया। इशहाक गत रमजान में अपनी बेटी जीनत के घर रहने आए थे। शवों को देखते ही महिलाएं फफक पड़ीं।

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एक साथ आईं दस लाशें

 

इस हादसे के बाद चार एंबुलेंस में 10 शव रविवार शाम को मुस्तफाबाद की गली नंबर दो में एकसाथ लाए गए। इनमें से तीन शव बच्चों के थे। इस दौरान गली में स्थानीय लोगों की भीड़ रही। एंबुलेंस से शवों को निकालने के साथ ही लोगों की आंखें नम हो गईं। जनाजे की नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद छोटी पड़ गई। पहली बार ऐसा हुआ कि ईदगाह में जनाजे की नमाज हुई। शव यात्रा में करीब दो हजार लोग थे। देर शाम मुस्तफाबाद के कब्रिस्तान में सभी को दफनाया गया। लोगों ने दुकानें बंद रखीं।वहीं, पड़ोसी मृतकों के परिवार को संभालने में लगे थे। हादसे में जिंदा बचे तहसीन के बेटे चांद का रो-रोकर बुरा हाल था। इस हादसे में तहसीन के परिवार के आठ लोगों की मौत हुई है। उनके परिवार में अब पत्नी जीनत, बेटा चांद, बड़ी बहू, चार पोते व एक पोती बचे हैं। 

 

 

अस्पताल प्रबंधन ने कहा-एम्बुलेंस का खुद इंतजाम करें

 

हादसे में मारे गए 11 लोगों के शवों का पोस्टमॉर्टम जीटीबी अस्पताल में हुआ। आरोप है कि परिजनों से अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि एंबुलेंस का इंतजाम खुद करें। एक छोटी निजी एंबुलेंस का खर्च 600 आ रहा था। परिजनों ने कहा कि घर ढहने से उनका सबकुछ बर्बाद हो गया है। ऐसे में वह शवों को ले जाने के लिए एंबुलेंस के लिए पैसा कहां से लाएं। एंबुलेंस की व्यवस्था न करवाने पर परिजनों ने जिला प्रशासन प्रति नाराजगी जाहिर की। परिजनों के पास एंबुलेंस के लिए पैसे न होने की बात सुनकर पद्मश्री व शहीद भगत सिंह सेवा दल के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह शंटी आगे आये। वह चार बड़ी एंबुलेंस लेकर शवगृह पहुंचे। उधर, गली में दोनों तरफ लोगों की भीड़ थी। एंबुलेंस से जैसे-जैसे शव निकाले गए लोगों की आंखें नम होती चली गई। तीन बच्चों के शव देखने के बाद माहौल तो और भी कारूणिक हो गया। इसके बाद अंतिम संस्कार की तैयारियों के बीच दस लोगों के जनाजे की नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद छोटी पड़ गई। पहली बार ऐसा हुआ ईदगाह में एकसाथ इतने ज्यादा जनाजे की नमाज हुई। शव यात्रा में 1500 से दो हजार लोग थे। जिस रास्ते से शव लेकर जाई गई, उस गली के लोगों ने उस वक्त अपनी दुकानें बंद कर दी। यात्रा में शामिल होने के लिए लोग अपने घरों से बाहर आ गए। 

मुकदमा दर्ज, पुलिस कर रही हादसे की छानबीन

उत्तर-पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त आशीष मिश्रा ने बताया कि हादसे के संबंध में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है। कुछ लोग अभी भी इलाज के लिए जीटीबी अस्पताल में भर्ती हैं। पड़ोसियों व बाकी लोगों के बयान लिए जा रहे हैं। छानबीन के बाद तथ्यों के अनुसार कार्रवाई होगी। शनिवार शाम तक बचाव दल ने मलबे से 22 लोगों को निकाल लिया था। स्थानीय लोगों का दावा था कि भूतल की दुकान में काम कर रहे चार मजदूर इमारत गिरने के समय वहां सो रहे थे, लेकिन मलबा हटाने के दौरान बचाव दल को वहां कोई नहीं मिला। अस्पताल में मकान मालिक हाजी तहसीन की पत्नी जीनत बेगम के अलावा किरायेदार नबी अहमद व बेटी तनु, दूसरे किरायेदार शाहिद व पत्नी रिहाना का इलाज जारी है। ज्यादातर घायलों के शरीर के अलग-अलग हिस्सों में फ्रेक्चर होने के अलावा उनके सिर में भी चोट लगी है।

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