वाराणसी, भदैनी मिरर। रोहनिया थाना क्षेत्र के अमरा इलाके में किराए के मकान में रहने वाली एक नर्स साइबर अपराध का शिकार हो गई। एक ठग ने खुद को उसकी मौसी का दामाद बताकर फोन किया और नर्स से 50 हजार रुपये दो बार में ट्रांसफर करवा लिए। इसके बाद उसके बैंक खाते से 2.34 लाख रुपये उड़ा लिए गए।


मौसी का दामाद बनकर ठग ने लगाया जाल
चुनार निवासी प्रीति सिंह, जो अथर्व हॉस्पिटल में नर्स के रूप में काम करती हैं, ने बताया कि शुक्रवार को उनके पास एक फोन आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को उनकी मौसी का दामाद बताया। उसने दामाद का नाम लिया, जिससे प्रीति को शक नहीं हुआ। उसने बताया कि गलती से उसके खाते में 25 हजार रुपये ट्रांसफर हो गए हैं और वह वापस भेज दे। प्रीति ने तुरंत बिना किसी पुष्टि के 25 हजार रुपये उसके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए।


फिर से पैसे भेजने का दबाव बनाया

कुछ देर बाद ठग ने दोबारा फोन कर कहा कि अब 50 हजार रुपये गलती से ट्रांसफर हो गए हैं। उसने कहा कि पहले 25 हजार भेज दो, बाकी रकम बाद में ले लेगा। प्रीति ने फिर से बिना सोचे-समझे बताए गए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए।



9 बार में खाते से निकाले 2.34 लाख रुपये
शाम तक प्रीति को लगातार बैंक से कई मैसेज मिलने लगे। जब उन्होंने खाते की जांच की, तो पता चला कि 9 बार में उनके खाते से कुल 2.34 लाख रुपये निकाले जा चुके हैं। ठगी का अहसास होते ही उन्होंने तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज कराई।


साइबर सेल और पुलिस जांच में जुटी
प्राथमिक शिकायत के बाद प्रीति ने रोहनिया थाने में लिखित तहरीर दी। मामला साइबर सेल को सौंप दिया गया है। पुलिस और साइबर सेल ठगी के पीछे के अपराधियों का पता लगाने में जुटे हैं।

यह घटना लोगों के लिए एक चेतावनी है कि फोन पर किसी भी अनजान व्यक्ति के कहने पर पैसे ट्रांसफर करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें।