वाराणसी,भदैनी मिरर। हर रोज नई-नई तकनीक से साइबर फ्रॉड जनता को चुना लगा रहे है. इनका जाल पूरे देश में फैला हुआ है. सेक्सटॉर्शन से लेकर फर्जी ट्राई, ईडी या सीबीआई अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी की बढ़ती शिकायतों से सरकार भी चिंतित है. देश के सभी राज्यों की पुलिस लगातार साइबर क्राइम पर काम कर रही है. न्यू ईयर पर आप सतर्क रहे अन्यथा आप भी इनके जाल में फंस सकते है.
ग्लोबल साइबर क्राइम नेशनल अवॉर्ड विजेता और शैतान सेना फाउंडेशन के संस्थापक मृत्युंजय सिंह ने इसको लेकर अलर्ट किया है. उन्होंने कहा कि यदि आप सजग नहीं रहे तो आपका न्यू ईयर हैप्पी नहीं होगा. उन्होंने बताया कि इन दिनों साइबर अपराधी नया तरीका अपना रहे है. वह व्हाट्सएप पर हैप्पी न्यू ईयर की शुभकामनाएँ भेज सकते हैं जिसमें एक नए APK फ़ाइल टाइप मैलवेयर का लिंक हो सकता है.
इस फाइल पर लिखा होगा कि “आप अपने दोस्तों को अपने नाम से हैप्पी न्यू ईयर ग्रीटिंग कार्ड भेज सकते हैं. अगर आप चाहें तो कार्ड पाने के लिए साथ में दिए गए लिंक पर क्लिक करें”. अगर आपको ऐसा कोई लिंक भेजा जाता है तो उस लिंक पर न खोले. यदि, आप ऐसा करते है तो आपका फोन साइबर अपराधियों द्वारा हैक कर लिया जाएगा और एक्सेस उनके पास चला जाएगा. इसके बाद जो होता है वह यह है कि आपका मोबाइल डेटा, आपकी गैलरी, आपके कॉन्टैक्ट नंबर चोरी हो जाते हैं, आपके बैंक अकाउंट की डिटेल चोरी हो जाती है और फिर आप भावनात्मक या वित्तीय धोखाधड़ी में फंस सकते हैं. इसलिए सावधान रहें और इनमें से किसी भी हैप्पी न्यू ईयर रेडीमेड लिंक पर क्लिक न करें.
साइबर फ्रॉड हो तो क्या करें
पुलिस कमिश्नर वाराणसी मोहित अग्रवाल बताते है कि पूरे देश में कही भी डिजिटल थाना नहीं है. न तो कानून में डिजिटल अरेस्ट का प्रावधान है. यदि आपको लगेज में नारकोटिक्स, फोन का गलत इस्तेमाल करने या सेक्सटॉर्शन संबंधित यदि कोई खुद को ईडी, सीबीआई, ट्राई का अधिकारी बनकर फोन करता है तो बिल्कुल भी घबराए नहीं, आप तत्काल नजदीकी थाने से संपर्क करें. जिले में साइबर थाना है, जो निरंतर काम कर रही है. तत्काल आप इसकी शिकायत 1930 नंबर पर कॉल कर दे दें. यह नंबर गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल का सेंट्रलाइज नंबर है.