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वाराणसी में कॉल सेंटर के नाम पर ठगी का खुलासा, 38 युवक-युवतियां बंधक बनाकर कराई जा रही थी नेटवर्क मार्केटिंग

नौकरी का झांसा देकर पूर्वांचल और बिहार के युवाओं को बना रहे थे शिकार, पुलिस ने दो भाइयों समेत 11 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

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भदैनी मिरर, वाराणसी। नौकरी का सपना दिखाकर युवाओं को जाल में फँसाने वाले एक बड़े नेटवर्क मार्केटिंग ठगी गिरोह का खुलासा वाराणसी पुलिस ने किया है। थाना सारनाथ पुलिस ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए RRMV कंपनी से जुड़े 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया और 38 बंधक बनाए गए युवक-युवतियों को मुक्त कराया।

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 नौकरी के नाम पर जाल, ठगी में फंसे पूर्वांचल और बिहार के युवा

पुलिस के अनुसार, RRMV नामक कंपनी युवाओं को टेक्सटाइल इंडस्ट्री में नौकरी का झांसा देकर अपने जाल में फंसा रही थी। इन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र भेजे जाते थे और बाद में वाराणसी बुलाकर रूम रेंट, खाने और कपड़ों के नाम पर पैसे वसूले जाते थे।
इसके बाद युवाओं को बताया जाता था कि उन्हें “RRMV” के कपड़े बेचने होंगे और अपने नीचे लोगों को जोड़कर नेटवर्क बनाना होगा। धीरे-धीरे यह नेटवर्क मार्केटिंग और जबरन वसूली का रूप ले चुका था।

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11 आरोपी गिरफ्तार, दो भाई गिरोह के मास्टरमाइंड

एडीसीपी वरुणा जोन नीतू कादयान ने बताया कि इस पूरे गिरोह को दो सगे भाइयों ने तैयार किया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं -
अमन वर्मा (सुल्तानपुर), अनुराग (प्रयागराज), प्रदीप कुमार (प्रयागराज), अनीस तिवारी (बिहार), अलोक श्रीवास्तव (मुम्बई), राजू शुक्ला (भदोही), विकास कुमार (वैशाली), सुहेल शेख (झारखंड), मोहम्मद अय्यूब (प्रतापगढ़), आकाश चंद्र (गोरखपुर) और रवि प्रकाश (कैमूर, बिहार)।

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छापेमारी में 22 फर्जी नियुक्ति पत्र, 19 रूम मैनेजमेंट फार्म और 10 मोबाइल फोन बरामद किए गए। कार्रवाई में साइबर सेल की टीम भी शामिल रही।

38 पीड़ित हुए रेस्क्यू

एडीसीपी ने बताया कि छापे के दौरान 24 युवक और 14 युवतियों को बंधन से मुक्त कराया गया। इन सभी को नौकरी दिलाने का झांसा देकर जबरन ठगी के नेटवर्क में शामिल किया गया था। सभी पीड़ितों के बयान दर्ज कर पुलिस ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजा है।


इस मामले पर एडीसीपी नीतू कात्यान (वरुणा जोन) ने बताया कि – "RRMV कंपनी के नाम पर नौकरी का झांसा देकर युवाओं को बंधक बनाकर ठगी की जा रही थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी को रेस्क्यू कराया और मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आगे की जांच साइबर सेल और संबंधित एजेंसियां कर रही हैं।" इस गिरोह के संचालक मुख्य सरगना की तलाश जारी है। 


इस पूरे अभियान में थाना सारनाथ के थानाध्यक्ष शिवानंद सिसोदिया के नेतृत्व में उप निरीक्षक अनिल कुमार, मीनू सिंह, विजेता कुमारी, राहुल यादव समेत पूरी टीम ने अहम भूमिका निभाई।
साइबर सेल टीम में निरीक्षक मनोज कुमार तिवारी, उ.नि. कृष्ण कुमार जायसवाल और हिमांशु त्रिपाठी शामिल रहे।

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