
Varanasi : सिविल इंजीनियरिंग के छात्र से ऑनलाइन गेमिंग में दोस्त ने किया लाखों का फ्राड, ठगी का तरीका जानकर रह जाएंगे दंग




Cybeer Fraud : वाराणसी के मंडुआडीह क्षेत्र में रहने वाले एक सिविल इंजीनियरिंग छात्र के साथ करीब 1.6 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित युवक प्रिंस सोनकर ने इस संबंध में पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से शिकायत की है। मामला अब मंडुआडीह थाने को जांच के लिए सौंपा गया है।

कैसे हुई दोस्ती और शुरुआत हुई ठगी की कहानी
प्रिंस ने बताया कि डेढ़ साल पहले वह लखनऊ के कृष्णानगर में सिविल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा कर रहा था। वहीं पास के एक साइबर कैफे में उसकी मुलाकात शाहरुख अली नाम के युवक से हुई, जो वहीं काम करता था। धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई। शाहरुख ने खुद को पुलिस अधिकारी का बेटा बताया और ऑनलाइन गेमिंग से पैसे कमाने का झांसा दिया।


गेमिंग में फंसा और फिर शुरू हुआ पैसों का खेल
शाहरुख के कहने पर प्रिंस ने ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म पर 50 हजार रुपये लगाए, लेकिन उसका पैसा गेमिंग अकाउंट में दिखाई नहीं दिया। जब उसने शिकायत की तो कॉल पर बार-बार अलग-अलग शुल्क मांगा गया और आश्वासन दिया गया कि पूरा पैसा वापस मिल जाएगा।

'क्राइम ब्रांच में हैं रिश्तेदार', कहकर और वसूले पैसे
पीड़ित के अनुसार, जब उसने मदद मांगी तो शाहरुख ने कहा कि उसका एक रिश्तेदार लखनऊ की क्राइम ब्रांच में है और वह साइबर ठगों को पकड़वा देगा। इसके नाम पर उसने 56 हजार रुपये और वसूले—जिसमें फ्लाइट टिकट, होटल और खाने-पीने का खर्च भी शामिल था।
फर्जी रसीद भेजकर किया भरोसा, फिर मांगे और पैसे
प्रिंस ने बताया कि जब उसने पैसे की वापसी के लिए दबाव डाला, तो शाहरुख ने उसे एक नकली पेटीएम रसीद भेजी, जिसमें 1 लाख रुपये भेजने का दावा किया गया, लेकिन वह रकम कभी ट्रांसफर नहीं हुई अब 31 मई को शाहरुख ने फिर से 10 हजार रुपये की मांग की और कहा कि “अगर ये दे दोगे तो अधिकारी चेन्नई से आकर तुम्हारा पैसा लौटा देंगे।”

