
वाराणसी:ढ़ाबे के आड़ में चल रहा था अनैतिक धंधा, विधान ढाबे के संचालक पर केस
ढाबे के आड़ में चला रहे थे सराय, कुछ दिन पहले युवती की हुई थी गला रेतकर हत्या




पुलिस ने धोखाधड़ी व अवैध सराय संचालन की धाराओं में पंजीकृत किया केस
दरोगा की तहरीर पर मुकदमा लिखकर जाँच में जुटी पुलिस
वाराणसी,भदैनी मिरर। मिर्जामुराद के रूपापुर स्थित विधान बसेरा ढाबा के संचालक सहित अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी और अवैध सराय संचालन के आरोपों में केस दर्ज किया है। पिछले दिनों विधान बसेरा ढाबे में अलका बिंद (22) की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद पुलिस और अन्य विभागों की संयुक्त कार्रवाई जारी है। शुक्रवार को पुलिस ने ढाबे के पीछे बने सराय को सील कर दिया था। कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने मृतिका अलका बिंद के परिजनों से मुलाकात कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था।


ढाबे की आड़ में अनैतिक धंधा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, उक्त ढाबा सड़क किनारे खानपान की सुविधा के रूप में रजिस्टर्ड है, लेकिन ढाबे के पिछले हिस्से में बने कमरों को महिला-पुरुषों और लड़के-लड़कियों को किराए पर देकर अनैतिक कार्यों के लिए प्रयोग किया जा रहा है।
सूचना के सत्यापन के बाद पुलिस उपनिरीक्षक धीरज कुमार सिंह ने प्रभारी निरीक्षक को प्रार्थना पत्र सौंपकर कार्रवाई की मांग की। उनके अनुसार, ढाबा संचालक प्रगट नारायण सिंह निवासी (खोचवा) अपने प्रबंधक और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर यह गैरकानूनी धंधा चला रहा था।


उपनिरीक्षक की तहरीर पर धोखाधड़ी, सार्वजनिक शांति भंग करने और अवैध रूप से सराय चलाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
आरोपी हो चुका है मुठभेड़ में गिरफ्तार
अलका बिंद हत्याकांड का मुख्य आरोपी साहब बिंद (मिर्जापुर) को मुठभेड़ के बाद पुलिस ने बीते गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के अनुसार वह मृतका द्वारा लगातार पैसों की मांग से परेशान था। जिसके बाद वह सूरत से वाराणसी आकर हत्या की योजना बनाई। तीन घंटे तक चला जाम
बीते गुरूवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद मिले शव को रखकर परिजनों ने वाराणसी-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया था। करीब तीन घंटे का जाम छुड़ाने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। एडिशनल सीपी शिवहरि मीणा के आश्वसान पर परिजनों ने जाम हटाया। परिजनों का आरोप था कि बिना मालिक और मैनेजर के मिलीभगत के कोई लड़का बिना आईडी प्रूव के कमरा नहीं ले सकता। परिजनों ने ढाबे को गिराने, सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने और परिवार को सुरक्षा और मुआवजा की मांग की थी।

संचालक और मैनेजर है नामजद
मृतिका अलका बिंद के पिता मेहंदीगंज निवासी चन्द्रशेखर विन्द ने बताया कि उनकी पुत्री एक महिला डीग्री कालेज में MSC प्रथम वर्ष की छात्रा थी। अल्का 2 जुलाई की सुबह लगभग 8 बजे घर से स्कूल जाने के लिये निकली थी। शाम तक वापस घर नही आने पर उसके फोन पर कॉल करने पर मोबाइल बन्द आने लगा। कॉलेज पहुंचने पर वहां कुछ भी पता नहीं चला। शाम करीब साढ़े 6 बजे सूचना मिली कि हाइबे पर विधान बसेरा ढाबे पर एक लड़की की गला रेत कर हत्या की हुई लाश मिली है। रूपापुर स्थित ढाबा पहुंचकर देखा तो मेरी बेटी का गला रेतकर हत्या किया गया था। शव को बेड पर कम्बल से लपेटा गया था। पिता का आरोप है कि उनकी बेटी की हत्या विधान बसेरा ढाबा के मालिक/संचालक प्रगट नारायण सिंह,ढाबा के मैनेजर और वह लड़का है जिसके साथ लड़की गई वह दोषी है। पुलिस ने बीएनएस की धारा 103 (1) के तहत केस दर्ज किया है।

