
UP : मासूम को सुनसान स्थान पर छोड़ गई दादी-नानी, मजदूरों ने दिखाई इंसानियत, बचाई नवजात की जान
कटा हुआ होंठ बना बच्ची की ‘सजा’, पर किस्मत ने दिया साथ — मजदूरों की सजगता से टली अनहोनी




✍️ मनीषा मीनाक्षी
शाहजहाँपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया। महज दो दिन की नवजात बच्ची को उसकी नानी और दादी ने मिलकर सुनसान जगह पर छोड़कर चले गए, सिर्फ इसलिए कि बच्ची का होंठ जन्म से कटा हुआ था।
लेकिन इस भयावह योजना में प्रकृति और मानवता की चेतना आड़े आ गई। पास के निर्माण स्थल पर काम कर रहे मजदूरों ने यह घिनौना कृत्य देख लिया और तुरंत पुलिस को सूचित किया। बिलखती मासूम को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां अब उसका इलाज चल रहा है।


नन्ही सी जान पर टूटा क्रूरता का पहाड़
घटना सदर बाजार क्षेत्र की है, जहां नगर निगम कार्यालय का निर्माण चल रहा है। बच्ची का जन्म कुछ दिन पहले राजकीय मेडिकल कॉलेज में हुआ था। डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची को जन्मजात होंठ में विकृति थी, जिससे उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी।


परिजनों को यह ‘अपूर्णता’ स्वीकार नहीं थी। discharge के दिन ही बच्ची को दादी और नानी सुनसान इलाके में ले गईं और छोड़ दिया।
कुछ ही देर बाद मजदूरों ने बच्ची के रोने की आवाज़ सुनी और दौड़कर उसे गले लगाया। पुलिस और मेडिकल टीम की मदद से बच्ची को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।

डॉ. राजेश कुमार, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज, ने बताया कि बच्ची की हालत अब स्थिर है। पहले सांस लेने में कठिनाई थी, लेकिन इलाज के बाद स्थिति बेहतर हो रही है। डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर करने की सिफारिश की थी, लेकिन परिजनों ने ऐसा करने से इंकार कर दिया।
पुलिस इंस्पेक्टर अश्वनी सिंह ने बताया कि बच्ची के माता-पिता की पहचान हो चुकी है। माँ सदर बाजार की निवासी है और पिता दिहाड़ी मजदूर है। यह उनकी दूसरी बेटी थी। मामले में चाइल्डलाइन व चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) की टीमों को भी शामिल किया गया है।

