
Triple Murder in Ghazipur : बेटे ने मां-बाप, बहन की कुल्हाड़ी से काटकर की बेरहमी से हत्या, इस बात से नाराज था आरोपी




गाजीपुर: डिलिया गांव (थाना शहर कोतवाली क्षेत्र) में रविवार सुबह एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। एक युवक ने मामूली विवाद के बाद अपने ही परिवार के तीन लोगों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। कुल्हाड़ी से किए गए हमले में उसकी मां, बहन और पिता की मौके पर ही मौत हो गई। इस भयावह घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई।


मृतकों की पहचान शिवराम यादव (70), उनकी पत्नी जमुनी देवी (65) और बेटी कुसुम (35) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि हमलावर अभय– शिवराम का बेटा – जमीन बंटवारे को लेकर पिछले कुछ समय से नाराज चल रहा था। घटना के बाद वह मौके से फरार हो गया। पड़ोसियों ने जब घर से चीख-पुकार की आवाजें सुनीं, तो दौड़कर पहुंचे, लेकिन तब तक तीनों की सांसें थम चुकी थीं और आरोपी भाग चुका था।


घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसपी डॉ. ईरज राजा, एएसपी सिटी ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद और सीओ सिटी शेखर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है और घटनास्थल से खून से सनी कुल्हाड़ी बरामद की गई है। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है और हत्या के पीछे के कारणों की जांच कई बिंदुओं पर कर रही है।

पिता ने बेटी को दी थी ज़मीन, इसी से भड़का था आरोपी
स्थानीय लोगों के मुताबिक, विवाद की जड़ पारिवारिक संपत्ति है। शिवराम यादव के पास कुल तीन बीघा जमीन थी, जिसमें से उन्होंने करीब 15 बिस्वा जमीन अपनी बेटी कुसुम के नाम कर दी थी। यह बात अभय को नागवार गुज़री। बताया जाता है कि पहले भी इस मुद्दे पर घर में कई बार बहस हो चुकी थी।
कुसुम की शादी 15 साल पहले हुई थी, लेकिन ससुराल में संबंध टूट जाने के बाद वह मायके लौट आई थी। करीब 8 साल पहले उसकी दूसरी शादी भी हुई, मगर वह फिर से मायके में रहने लगी थी। अभय को बहन की मौजूदगी और उसके नाम जमीन लिखा जाना दोनों ही बातें मंजूर नहीं थीं।
सुबह कहासुनी के बाद उठाया खौफनाक कदम
रविवार की सुबह भी जमीन को लेकर घर में कहासुनी हुई। इस दौरान अभय ने आपा खो दिया और गुस्से में आकर कुल्हाड़ी से पहले मां-जमुनी देवी, फिर बहन कुसुम और आखिर में पिता शिवराम पर हमला कर दिया। तीनों को दौड़ा-दौड़ाकर काट डाला। गांव के लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक घर के तीन सदस्य खून से लथपथ पड़े थे और हत्यारा वहां से फरार हो चुका था।
ग्रामीणों का कहना है कि अभय पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान लग रहा था और जमीन को लेकर काफी गुस्से में रहता था।

