
वाराणसी में खनन माफियाओं का आतंक: पत्रकार पर किया हमला, तीन आरोपी गिरफ्तार
रात में खुलेआम मिट्टी का अवैध खनन, विरोध करने पर पत्रकार पर हमला। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के दबाव के बाद पुलिस आई हरकत में।




वाराणसी,भदैनी मिरर। जनपद में खनन माफिया पूरी तरह बेखौफ होकर अवैध खनन में लिप्त हैं। रात के अंधेरे में धड़ल्ले से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर मिट्टी लादकर मुख्य सड़कों पर दौड़ाई जाती है। हाल ही में फूलपुर पुलिस ने 7 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को जब्त भी किया था।
खनन माफियाओं का दुस्साहस इस हद तक बढ़ चुका है कि अब ये पत्रकारों पर भी हमला करने से नहीं चूकते। बड़ागांव थाना क्षेत्र में पत्रकार अवनीश मिश्रा पर खनन माफियाओं ने हमला कर दिया। यह हमला तब हुआ जब वह अपने पिता के साथ अपने चार पहिया वाहन से एक मांगलिक कार्य से लौट रहे थे। अवनीश मिश्रा का आरोप है कि खनन में लिप्त ट्रैक्टर ने उनके वाहन में टक्कर में मार दी, जब उन्होंने इसका विरोध किया तो करीब 22-25 की संख्या में इकठ्ठा होकर रॉड-डंडा लेकर मनबढ़ों ने उन्हें घेर लिया। घटना की जानकारी जब अवनीश मिश्रा ने थाना प्रभारी को फोन कर दी, तो माफिया न सिर्फ पुलिस से बात करने से बचता रहा, बल्कि फोन उठाने पर खुद को जिले के बड़े अफसर का ड्राइवर बताने लगा। यह पूरी बातचीत सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है।

इस घटना के विरोध में यूपी ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रमेश पटेल के नेतृत्व में पत्रकारों ने पुलिस उपायुक्त गोमती जोन आकाश पटेल से मिलकर पत्रक सौंपा और निष्पक्ष जांच तथा सख्त कार्रवाई की मांग की। डीसीपी से मुलाकात के बाद पुलिस हरकत में आई और शनिवार शाम तक तीन अभियुक्त—विनय कुमार पटेल, छोटू पटेल पुत्रगण लालमन पटेल, और अनुराग यादव को गिरफ्तार किया गया। अन्य की तलाश जारी है। पीड़ित पत्रकार ने आरोप आरोप लगाया कि उन्होंने जो लिखित शिकायत पत्र बड़ागांव पुलिस को दी थी, उसको पुलिस ने बदलवाकर अपने मन मुताबिक तहरीर ली।


स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत के बिना इस तरह का अवैध खनन संभव नहीं है। डीसीपी से मिलने वालों में मंडल संरक्षक विनय मौर्या, हेमंत दुबे, अजय कुमार पांडे, आशीर्वाद गुप्ता, देवेंद्र पटेल, मनजीत पटेल, प्रवीण यादव, त्रिपुरारी यादव, अरविंद मिश्रा, राहुल मिश्रा, जयंती पटेल सहित अन्य पत्रकार साथी मौजूद रहे।


