

शर्मनाक: BHU के तेलगु विभाग के पूर्व HOD ने ही रची थी प्रोफेसर पर जानलेवा हमले की साजिश, 9 लोग थे पूरी घटना में शामिल
विश्वविद्यालय से साजिशकर्ता प्रोफेसर को बर्खास्त करने की मांग तेज, लंका पुलिस ने तेलंगाना से मुख्य आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर गिरफ्तार किया


वाराणसी,भदैनी मिरर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में तेलुगू विभाग के प्रोफेसर पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस हमले का मुख्य साजिशकर्ता कोई और नहीं बल्कि उसी विभाग के पूर्व HOD प्रो. बूदाटी वैंकटेश निकले। लंका पुलिस ने तेलंगाना से एक आरोपी बूतपुर भाष्कर उर्फ बी. भास्कर को ट्रांजिट रिमांड पर गिरफ्तार किया है, जबकि मुठभेड़ में एक अन्य आरोपी प्रमोद कुमार उर्फ गणेश पासी घायल हुआ है। घटना का खुलासा होने के बाद नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षकों के कारस्तानी पर सवाल खड़े होने लगे है। अब बीएचयू के छात्रों ने साजिश रचने वाले आरोपी प्रोफेसर को विश्वविद्यालय से बर्खास्त करने की मांग तेज कर दिए है।



यह है पूरी घटना
28 जुलाई 2025 को तेलुगू विभाग के HOD प्रो. सी.एस. रामाचन्द्र मूर्ति अपने आवास की ओर जा रहे थे, तभी BHU कैंपस के बिरला ग्राउंड के पास दो अज्ञात हमलावरों ने लोहे की रॉड से उन पर हमला कर दिया। हमले में प्रोफेसर के दोनों हाथ टूट गए थे। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि पूर्व HOD प्रो. वैंकटेश, मैसूर यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रो. काशिम बाबू और बूतपुर भाष्कर ने प्रो. मूर्ति को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी। मकतल के रहने वाले मोहम्मद काशिम और प्रयागराज निवासी प्रमोद कुमार उर्फ गणेश पासी ने हमलावरों की टीम तैयार की, जिसमें सूरज दूबे, प्रदुम्मन यादव, विशाल यादव और वेदांत भूषण मिश्रा शामिल थे। 26 और 27 जुलाई को रेकी की गई और 28 जुलाई को BHU कैंपस में हमला कर दिया गया।


मुठभेड़ और गिरफ्तारी
12 अगस्त की रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी प्रमोद कुमार भागने की फिराक में है। सत्कार होटल के पास घेराबंदी के दौरान आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वह गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने मौके से 315 बोर का तमंचा, जिंदा और फायर हुआ कारतूस, ₹1100 नकद बरामद किए।

- गिरफ्तार — प्रमोद कुमार उर्फ गणेश पासी, बूतपुर भाष्कर (तेलंगाना से)
- नामजद आरोपी — प्रो. बूदाटी वैंकटेश, काशिम बाबू, सूरज दूबे, प्रदुम्मन यादव, विशाल यादव, वेदांत भूषण मिश्रा, मोहम्मद काशिम
सोशल मीडिया पर मांग तेज
बीएचयू के छात्रों में इस घटना को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। छात्रों का कहना है कि जिन शिक्षकों के हाथ में छात्रों के भविष्य सवांरने की जिम्मेदारी है वह अपने फायदे और व्यक्तिगत लड़ाई में उनका इस्तेमाल कर आपराधिक गतिविधियों में शामिल कर रहे है। सोशल मीडिया पर साजिशकर्ता प्रोफेसर को विश्वविद्यालय से बर्खास्त करने की मांग तेज हो गई है।

