
पति के इस फैसले से नाराज थी रीना, पुलिस के सामने बताया क्यों प्रेमी संग मिलकर उतारा मौत के घाट




उत्तराखंड के कोटद्वार में झाड़ियों में मिले एक अज्ञात शव की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा दी है। यह कोई आम हत्या नहीं थी, बल्कि एक बेहद चौंकाने वाली साजिश थी जिसे मृतक की दूसरी पत्नी और उसके प्रेमी ने मिलकर अंजाम दिया।
पैसों और प्यार का खेल बना जानलेवा
मुरादाबाद में रामगंगा विहार में फिजियोथेरेपी सेंटर चलाने वाली रीना सिंधू ने अपने प्रेमी परितोष कुमार के साथ मिलकर अपने पति रविंद्र कुमार की हत्या कर दी। वजह थी- पति का कर्ज में डूबा होना और मकान बेचने का फैसला, जिससे रीना बिल्कुल भी सहमत नहीं थी।


ऐसे हुआ था कत्ल
रीना के पति रविंद्र दिल्ली के बसंत कुंज निवासी थे, लेकिन 2007 में हरिद्वार शिफ्ट हो गए थे। वहीं उनकी मुलाकात रीना से हुई, जिससे उन्होंने 2010-11 में शादी कर ली। दोनों मुरादाबाद में रहने लगे। लेकिन हालात तब बिगड़े जब रविंद्र ने अपने भारी कर्ज से निपटने के लिए मुरादाबाद वाला मकान बेचने का इरादा जताया।


रीना को यह मंजूर नहीं था। इसी दौरान रीना की मुलाकात नगीना (बिजनौर) निवासी परितोष से हुई, जो उसके क्लिनिक में इलाज के लिए आता था। दोनों के बीच नज़दीकियां बढ़ीं और जल्द ही उन्होंने रविंद्र को रास्ते से हटाने की साजिश रच दी।
साजिश का खौफनाक अंजाम
31 मई को रीना ने पति रविंद्र को बहाने से नगीना बुलाया। वहां उसने शराब पिलाई और मौका मिलते ही परितोष ने फावड़े से रविंद्र के सीने और गले पर वार करके हत्या कर दी। इसके बाद शव को कार में डालकर रामनगर की ओर ले गए लेकिन जगह न मिलने पर शव को कोटद्वार के पास झाड़ियों में फेंक दिया।

कड़ी निगरानी, सीसीटीवी से पकड़ में आए हत्यारे
5 जून को जब शव बरामद हुआ, तब तक उसकी पहचान नहीं हो पाई थी। बाद में मृतक के भाई राजेश कुमार ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इलाके के कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें संदिग्ध कार की गतिविधियां पकड़ी गईं। इससे सुराग मिला और पुलिस ने बिजनौर के नगीना से रीना और परितोष को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
10 लाख में तय हुई थी जान की कीमत
पुलिस के मुताबिक, रीना ने परितोष को मकान बेचने के बाद 10 लाख रुपये देने का वादा किया था। पति की हत्या के बाद आरोपी शव को ठिकाने लगाकर नोएडा में कार खड़ी कर घर लौट आए थे, लेकिन ज्यादा दिन तक पुलिस से बच नहीं पाए।
फिलहाल दोनों जेल में
कोर्ट के आदेश पर दोनों आरोपियों को पौड़ी जेल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि यह मामला प्यार, लालच और धोखे की खौफनाक मिसाल है, जिसमें एक पति को उसकी ही पत्नी ने मिटा दिया।

