
फर्जी डिग्री मामले में मेडिकल कॉलेज निदेशक डॉ. सुदामा पटेल फरार घोषित, घर पर कुर्की नोटिस चस्पा
छात्रों से लाखों रुपए लेकर फर्जी प्रमाणपत्र और डिग्री देने का आरोप

Sep 2, 2025, 16:36 IST

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यूपी फार्मेसी काउंसिल ने किया था खुलासा- फर्जी हैं सभी सर्टिफिकेट
वाराणसी। शहर में शिक्षा के नाम पर बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। सृजन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस कॉलेज के निदेशक डॉ. सुदामा पटेल को अदालत ने फर्जी डिग्री और प्रमाणपत्र मामले में फरार घोषित कर दिया है। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (अष्टम) की अदालत ने इस मामले में गैर जमानती वारंट जारी करते हुए आरोपी के घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा करा दी है।

मामला क्या है?
धवकलगंज, कपसेठी निवासी संजय कुमार गुप्ता और मऊ निवासी दिवाकर चौहान ने अदालत के आदेश पर जैतपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि उन्होंने 2015-16 सत्र में डी.फार्मा कोर्स में दाखिला लिया और पूरी फीस जमा की। कोर्स पूरा करने और इंटर्नशिप करने के बाद उन्हें कॉलेज की ओर से डिग्री और मार्कशीट दी गई।



जब दोनों छात्रों ने इंटरनेट पर डिग्री की जांच की तो सत्यापन नहीं हुआ। पूछने पर निदेशक ने कहा कि रजिस्ट्रेशन के बाद ही सर्टिफिकेट वैध होंगे। लेकिन जब छात्रों ने यूपी फार्मेसी काउंसिल, लखनऊ में रजिस्ट्रेशन कराया तो उन्हें बताया गया कि सारे प्रमाणपत्र फर्जी हैं।

सुविधा शुल्क और धोखाधड़ी का खेल
छात्रों का आरोप है कि निदेशक ने उन्हें गुंजैश पांडेय नामक व्यक्ति से मिलवाया, जिसने रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर प्रत्येक छात्र से ₹30,000 और सभी प्रमाणपत्र ले लिए। बाद में बताया कि कागज निदेशक को भेज दिए गए हैं। लेकिन जब छात्र कॉलेज पहुंचे तो निदेशक ने उन्हें गालियां दीं और जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया।

कोर्ट की सख्ती
अदालत में वादी पक्ष के अधिवक्ता विकास सिंह ने गुहार लगाई कि आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हो रहा है। इस पर पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि आरोपी के खिलाफ वारंट जारी किया जा चुका है और घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा कर दी गई है। फिलहाल, आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस तलाश कर रही है।
बताया जा रहा है कि डॉ. सुदामा पटेल वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने हाल ही में बीजेपी से एमएलसी का चुनाव भी लड़ा था।

