बढ़ सकती है जेल अधीक्षक की मुश्किलें ! महिला डिप्टी जेलर की पुत्री ने थाने में दी तहरीर




वाराणसी,भदैनी मिरर। आरोपों से घिरे जिला जेल वाराणसी के अधीक्षक रहे डॉ. उमेश सिंह की मुश्किलें बढ़ने वाली है. बुधवार को डिप्टी जेलर रही मीना कन्नौजिया की पुत्री नेहा शाह अपने अधिवक्ताओं के साथ लालपुर-पांडेयपुर थाना पहुंची. डिप्टी जेलर माँ के साथ हुए दुर्व्यवहार और मानसिक उप्तीड़न के खिलाफ थाने में तहरीर दी. डिप्टी जेलरकी पुत्री ने बताया कि जेल अधीक्षक उमेश सिंह द्वारा कई महीने से उनकी माँ को मानसिक एवं शारीरिक रूप से उत्पीडित, अपमानित एवं प्रताणित किया जा रहा था. जेल अधीक्षक गंदे कार्यों के लिए दबाव बना रहे थे. उन्होंने मेरी माँ को ड्यूटी के दौरान अपने ऑफिस में बुला कर अपमानित किया और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर गालियाँ दीं. बता दें, डिप्टी जेलर ने आरोपों को लेकर शिकायत पत्र के साथ वीडियो अपलोड किया था, जिस पर पहले से ही जेल अधीक्षिका नैनी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी जाँच कर रही है.

नौकरी से हाँथ धोने की दी धमकी
जिला जेल अधीक्षक वाराणसी रहे उमेश सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया की बेटी भी अब मैदान में कूद गई है. वह अपने माँ के व्यक्तिगत सम्मान की लड़ाई लड़ेगी. थाने में दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि उमेश सिंह तरह-तरह से उसकी माँ को प्रताड़ित करता था. जेल अधीक्षक उमेश सिंह बार-बार अश्लील इशारे और मेरी माँ पर उनके ऑफिस / घर पर बुलाने का दबाव बनाया जाता था. जेल अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी तरफ से महिला डिप्टी जेलर को यह भी कहा गया कि कारागार में बंद महिला बंदियों को लोभ-लाभ देकर इनके पास यौन शोषण के लिए लाया जाए. जब डिप्टी जेलर ने इनकी बातों का विरोध किया, तो नौकरी से हाथ धोने की धमकी दी गई. यह भी कहा गया कि अगर इनकी बातों को नहीं माना गया तो जान से मारने की धमकी दी गई.

सच था नशे का सामान बेचवाने का वीडियो
महिला डिप्टी जेलर की पुत्री ने कहा कि उमेश सिंह बहुत ही खतरनाक किस्म का व्यक्ति है. पहले भी ये इंसान रतन प्रिया उप जेलर जो की जिला जेल पर थी उनके साथ भी ऐसा सलूक कर चुका है. मेरी माँ कोआत्महत्या करने के लिए प्रेरित किया गया. इनकी तरफ से यह भी कहा गया कि "कहीं भी जाओ, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, मैं 2027 में चुनाव लड़कर जेल मंत्री बनूँगा और तुम्हें तुम्हारी औकात समझा दूँगा, तुम्हें कहीं का नहीं छोड़ेगा." आरोप लगाया कि उमेश सिंह के द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करके जेल के अंदर बहुत बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. उमेश सिंह ने मेरी माँ पर उसका भी चार्ज लेने का दबाव बनाया था. जेल में मोबाइल फोन भी पैसे लेकर चलवाया जाता था, जिसके बारे में मेरी माँ खुद गवाह है. इस सबके अलावा, जेल में नशे का सामान बिकवाया जाता था, और इसका हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था. वह वीडियो पूरी तरह से सही था और उस वीडियो में नशे का सामान बिकते हुए साफ दिखाई दे रहा था. लेकिन उमेश सिंह के दबाव के कारण कोई भी कार्रवाई संभव नहीं हो सकी.


