
पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह के नाम पर बनाई गई फर्जी इंस्टाग्राम आईडी, डाले गए कई पोस्ट, केस दर्ज
पूर्व विधान परिषद सदस्य ने पुलिस में दी तहरीर, इंस्टाग्राम पर उनकी तस्वीरों और वीडियो से चल रहा था फर्जी अकाउंट, साइबर सेल कर रही जांच

Jun 15, 2025, 06:41 IST

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वाराणसी, भदैनी मिरर। पूर्व विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) बृजेश कुमार सिंह के नाम पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी इंस्टाग्राम आईडी (@mlcbrijeshshingh) बनाकर उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश की है। इस फर्जी अकाउंट से उनकी तस्वीरें और वीडियो पोस्ट किए जा रहे हैं और लोगों से इनबॉक्स में निजी बातचीत भी की जा रही है।

इस मामले में पूर्व एमएलसी ने सिगरा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें किसी परिचित ने इस फर्जी अकाउंट की जानकारी दी। जब उन्होंने जांच की तो पाया कि उस अकाउंट पर उनके नाम और तस्वीर का गलत इस्तेमाल हो रहा है।
पूर्व एमएलसी सिद्धगिरिबाग स्थित रघुकुल भवन में रहते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उक्त इंस्टाग्राम आईडी से उनका कोई संबंध नहीं है। उन्होंने आईडी बनाने वाले की पहचान कर कठोर कार्रवाई की मांग की है।


साइबर सेल की जांच शुरु
सिगरा थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने बताया कि शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और साइबर सेल की मदद से आईडी बनाने वाले की लोकेशन और पहचान करने की प्रक्रिया जारी है।

बेटे से हो चुकी है डीलरशिप दिलाने के नाम पर ठगी


पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह के बेटे सिद्धार्थ सिंह को साइबर ठगों ने वर्ष 2024 में अपना निशाना बना चुके है। एशियन पेंट्स की डीलरशिप दिलाने के नाम पर ठगो ने 11 लाख 14 हजार रुपये की साइबर ठगी की थी।
सिद्धगिरी बाग निवासी सिद्धार्थ सिंह ने पुलिस को बताया कि फरवरी 2024 में उन्होंने सोशल मीडिया पर एशियन पेंट्स लिमिटेड की डीलरशिप के लिए एक ऑनलाइन विज्ञापन देखा था। विज्ञापन में एक व्यक्ति का नाम अमित सिंगले (डायरेक्टर) और मोबाइल नंबर दर्ज था।

जब उन्होंने कॉल किया तो सामने वाले ने खुद को कंपनी का प्रतिनिधि बताया और डीलरशिप प्रक्रिया के तहत 11 लाख 14 हजार रुपये की मांग की। उसने दावा किया कि रकम मुंबई स्थित कंपनी की शाखा के खाते में जमा करनी होगी।
सिद्धार्थ सिंह ने बताए गए खाते में पूरी राशि जमा कर दी, लेकिन उसके बाद न तो कॉल रिसीव हुआ और न ही कोई अन्य माध्यम से संपर्क स्थापित हो पाया। संदेह होने पर उन्होंने जांच शुरू की और फिर अप्रैल 2024 में इस संबंध में एफआईआर दर्ज करवाई।
दो सगे भाई समेत 3 की हुई थी गिरफ्तारी
सिद्धार्थ सिंह से एशियन पेंट्स की फर्जी डीलरशिप दिलाने के नाम पर ठगी मामले में साइबर थाने की पुलिस को मार्च 2025 में सफलता भी मिली। पुलिस ने पटना और नालंदा के रहने वाले सगे भाइयों समेत तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तार आरोपियों में विश्वास कुमार, जो कि कंप्यूटर इंजीनियर है, उसका बड़ा भाई अभिनय कुमार और नवादा निवासी सोहन कुमार शामिल थे। इन लोगों ने मिलकर वर्ष 2024 में एक फर्जी वेबसाइट बनाई, जिस पर एशियन पेंट्स लिमिटेड की डीलरशिप के नाम से विज्ञापन जारी किया गया।
सिद्धगिरीबाग निवासी सिद्धार्थ सिंह ने जब इस विज्ञापन के आधार पर संपर्क किया, तो उन्हें झांसा देकर कुल 11,14,539 रुपये एक बैंक खाते में जमा करवा लिए गए। बाद में उन्हें एक फर्जी कन्फर्मेशन लेटर भी दे दिया गया। घटना का खुलासा एडीसीपी क्राइम श्रुति श्रीवास्तव ने पुलिस लाइन में किया था।

