
चाइल्ड पोर्नोग्राफी और पार्सल में ड्रग के नाम पर हड़काते थे ठग, वाराणसी में फर्जी कॉल सेंटर के 29 फ्रॉड भेजे गए जेल
विदेशी नागरिकों से बिटकॉइन और गिफ्ट कार्ड के जरिए ठगी करते थे आरोपी, फ्रॉड में इस्तेमाल किए जा रहे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त


वाराणसी पुलिस और साइबर क्राइम की संयुक्त टीम की कार्रवाई
मौके से लैपटॉप, CPU, मॉनीटर, मोबाइल और हेडफोन बरामद
विदेशी नागरिकों को फर्जी IVR कॉल और कानूनी धमकी देकर ठगी
वाराणसी, भदैनी मिरर। पार्सल में ड्रग और चाइल्ड पोर्नोग्राफी के नाम पर अपना शिकार बनाते थे। स्थानीय जनता की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की तो जनता की कमाई पर डाका डालने वाले ठग मुँह छिपाने लगे। पुलिस ने गिरफ्तार 29 आरोपियों को मीडिया के सामने पेश कर बड़े ऑनलाइन फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश किया। डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार ने बताया कि अमरा चौराहा स्थित जीन पब्लिक स्कूल बिल्डिंग में यह फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था। मौके से पुलिस ने लैपटॉप, CPU, मॉनीटर, मोबाइल फोन, हेडफोन और सात कूटरचित आधार कार्ड बरामद किए है।



पुलिस पूछताछ में कॉल सेंटर संचालक कौशलेन्द्र तिवारी और अन्य आरोपियों ने बताया कि वे एक बाहरी कंपनी से कॉलिंग पोर्टल खरीदते थे, जिस पर उन्हें विदेशी नागरिकों के मोबाइल नंबर मिलते थे। इसके बाद वे फर्जी IVR कॉल जनरेट कर अमेजन-फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों से खरीदारी और डिलीवरी कन्फर्मेशन का झांसा देते थे।
आरोपी विदेशी नागरिकों को डराने के लिए पार्सल में ड्रग्स या चाइल्ड पोर्नोग्राफी जैसी बातें बताते थे। इसके बाद कॉल ट्रांसफर कर नकली “लीगल अथॉरिटी” के जरिए उन्हें पुलिस बनकर धमकाया जाता और उनके बैंक अकाउंट की जानकारी लेकर बिटकॉइन और गिफ्ट कार्ड्स के माध्यम से पैसे हड़प लिए जाते।

डीसीपी वरुणा जोन ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में पंजाब, नागालैंड, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, त्रिपुरा और मेघालय सहित कई राज्यों के युवक शामिल हैं। पुलिस ने मौके से 40 CPU, 42 मॉनीटर, 55 हेडफोन, 30 माउस, 40 कीबोर्ड और फर्जी आधार कार्ड बरामद किए है ।


