
रामनगर में पुलिस और गौ तस्करों के बीच मुठभेड़, एक तस्कर के पैर में लगी गोली
आलू के बोरे से छिपाकर ले जा रहे थे 27 गौवंश, दो तस्कर मौके से फरार




वाराणसी। क्राइम मीटिंग में पुलिस कमिश्नर द्वारा गौ तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए जाने के ठीक अगले दिन रामनगर थाना क्षेत्र के बंदरगाह मोड़ पर शनिवार को पुलिस और गौ तस्करों के बीच सीधी मुठभेड़ हो गई। घटना दोपहर करीब 1 बजे की है, जब पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि अवैध रूप से गोवंश की तस्करी करने वाला एक ट्रेलर क्षेत्र से गुजरने वाला है।


सूचना के आधार पर रामनगर पुलिस ने बंदरगाह मोड़ पर नाकाबंदी की। थोड़ी ही देर में संदिग्ध ट्रेलर आता दिखाई दिया। जब पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया, तो उसमें सवार बदमाशों ने अचानक पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने मोर्चा संभाला और दोनों ओर से गोलियां चलीं।


मुठभेड़ में एक तस्कर आरिफ (निवासी – रामपुर) के पैर में गोली लगने की पुष्टि हुई है। घायल आरिफ को पुलिस ने मौके पर ही गिरफ्तार कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज जारी है और हालत स्थिर बताई जा रही है। वहीं, उसके दो अन्य साथी शादाब और गुलफाम, जो कि रामपुर जिले के ही निवासी हैं, मौके से भागने में कामयाब रहे।

27 गोवंश बरामद, आलू के बोरों में छिपाकर की जा रही थी तस्करी
पुलिस को जब ट्रेलर की तलाशी ली गई, तो उसमें आलू के बोरों के नीचे छिपाकर रखे गए 27 गोवंश मिले। गोवंश को तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था। यह पूरी कार्रवाई गौ तस्करी के संगठित नेटवर्क की ओर इशारा करती है, जिसमें अब बैंक और परिवहन एजेंसियों की भूमिका की भी जांच हो सकती है। एडीसीपी काशी जोन सरवणन टी. ने बताया, "पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी गोली चलाई। तस्करों की ओर से पहले फायरिंग की गई थी। घायल आरोपी आरिफ को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है, जबकि अन्य फरार अभियुक्तों की तलाश की जा रही है।"
सर्च ऑपरेशन जारी, गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश
पुलिस द्वारा रामनगर, चंद्रा चौराहा और आसपास के क्षेत्रों में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है। साथ ही ट्रेलर के मालिक, ड्राइवर और परिवहन दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है।

