डेकोरेटर हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, एक्स गर्लफ्रेंड और उसका प्रेमी गिरफ्तार




1. एक्स गर्लफ्रेंड से दुबारा संपर्क में आने की कर रहा था दिलजीत
2. असलहा बरामद करने के लिए आरोपी राजकुमार का पुलिस लेगी पीसीआर
3. खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एडीसीपी ने दिया पुरस्कार
वाराणसी,भदैनी मिरर। औसानगंज (जैतपुरा) निवासी डेकोरेटर दिलजीत उर्फ रंगोली के हत्याकांड का खुलासा जैतपुरा और एसओजी टीम ने कर दिया है. 200 से ऊपर सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर के मदद से पुलिस ने दिलजीत की एक्स गर्लफ्रेंड और उसके प्रेमी से गिरफ्तार किया है. घटना का खुलासा एडीसीपी काशी जोन सरवणन टी. ने किया. एडीसीपी ने गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को 15 हजार रुपए इनाम से पुरस्कृत किया है. जैतपुरा पुलिस ने मड़िया पड़ाव (मुगलसराय) चंदौली निवासी राजकुमार को जलालीपुरा क्रासिंग से पहले सड़क के किनारे से गिरफ्तार किया है, जबकि इसकी गर्लफ्रेंड को सम्पूर्णान्द विश्वविद्यालय के मुख्य गेट से लकडमण्डी तिराहे की ओर जाने वाले रास्ते से अरेस्ट किया गया है.

1 महीने पहले ही खरीद ली थी पिस्टल
एडीसीपी ने बताया की होली की रात हुई हत्याकांड की प्लानिंग एक माह पहले हुई थी. पुलिस पूछताछ में आरोपी राजकुमार ने बताया की दिलजीत उर्फ़ रंगोली को रास्ते से हटाने के लिए उसने एक माह पहले ही असलहा खरीद लिया था. राजकुमार ने दिलजीत के बारे में पूरी जानकारी इकठ्ठा की. राजकुमार को पता था कि होली के दिन दिलजीत घर है. उसने फोन कर घर के बाहर बुलाया और गोली मारकर मौत की निनाद सुला दी. हालांकि घटना में इस्तेमाल असलहे को पुलिस अभी बरामद नहीं कर पाई है. एडीसीपी ने बताया कि कोर्ट में अर्जी डालकर अभियुक्त का पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) लिया जायेगा.

दुबारा संपर्क में आने की कर रहा था कोशिश
घटना में सहयोगी दिलजीत उर्फ रंगोली की एक्स गर्लफ्रेंड और आरोपी राजकुमार की प्रेमिका ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसका दिलजीत से लम्बे समय से ब्रेअकप हो गया था. उसके ब्रेकअप के बाद राजकुमार से नजदीकियां बढ़ी थी. लेकिन कुछ समय से दिलजीत फिर से संपर्क करने की कोशिश कर रहा था. बताया कि दिलजीत का ही दोस्त राजकुमार है, उसके माध्यम से ही युवती राजकुमार के संपर्क में आई. आरोपी राजकुमार की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ और चैटिंग के आधार पर पुलिस ने युवती को सहयोगी घटना में साहहयोगी बनाकर जेल भेजा है.

वीडियो चैट में दिखाया था असलहा
इस घटना के खुलासे में पुलिस की चार टीमें लगी थी. पूछताछ में पुलिस को राजकुमार ने बताया कि वह नहीं चाहता था कि दिलजीत उर्फ रंगोली उसके प्यार के बीच में दोबारा आये. दिलजीत द्वारा दुबारा बार-बार संपर्क में आने के प्रयासों को प्रेमिका राजकुमार को बताती तो वह आग-बबूला हो जाता. एक माह पहले ही राजकुमार ने दिलजीत को रास्ते से हटाने के लिए असलहा खरीदकर लाया तो वीडियो चैट के माध्यम से प्रेमिका को दिखाया था.
गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना जैतपुरा से थानाध्यक्ष बृजेश कुमार मिश्र, दरोगा जफर मेंहदी, जितेन्द्र यादव, सौरभ सिंह, मनीष कुमार सिंह, कपिल देव यादव, महिला दरोगा रागिनी शर्मा, हेड कांस्टेबल कुलदीप सिंह, कांस्टेबल विपिन मिश्रा, कीर्ति कुमार, आलोक कुमार, महिला कांस्टेबल आशा सिंह और बिन्दु वर्मा शामिल रही.
एसओजी टीम में प्रभारी मनीष मिश्रा के आलावा हेड कांस्टेबल चन्द्रभान यादव, कांस्टेबल मनीष बघेल, पवन तिवारी और आलोक मौर्या शामिल रहे. सर्विलांस टीम से हेड कांस्टेबल दिवाकर वत्स और कॉन्टेबल प्रशान्त तिवारी शामिल रहे.

