
15.51 लाख रुपये लेकर नहीं दिया प्लॉट, नीलगिरी इंफ्रॉसिटी के संचालकों पर मुकदमा दर्ज
नीलगिरी इंफ्रॉसिटी के कई संचालकों पर पूर्व से दर्ज हैं मुकदमे




सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर है नीलगिरी के संचालक दंपत्ति
वाराणसी,भदैनी मिरर। प्लॉट बुकिंग के नाम पर 15.51 लाख रुपये की ठगी का फ्रॉड कंपनी नीलगिरी इंफ्रॉसिटी के खिलाफ नया मामला दर्ज किया गया है। अशोक विहार कॉलोनी फेज-1, पहड़िया निवासी बबली कुमारी की तहरीर पर चेतगंज थाने में नीलगिरी इंफ्रॉसिटी प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। चेतगंज सहित कई थानों में नीलगिरी के खिलाफ करीब सैकड़ों केस दर्ज है। वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट से कंपनी के संचालक दंपत्ति जमानत पर है।

पीड़िता बबली कुमारी ने आरोप लगाया है कि उन्होंने 28 जनवरी 2016 को नीलगिरी इंफ्रॉसिटी के इंडियन प्रेस कॉलोनी, मलदहिया स्थित कार्यालय में संचालक विकास सिंह से 24 लाख रुपये में पड़ाव क्षेत्र में एक प्लॉट बुक कराया था। इस बुकिंग के एवज में उन्होंने 15 लाख 51 हजार रुपये नकद व किस्तों में जमा किए। उन्हें आश्वासन दिया गया था कि छह महीने के भीतर प्लॉट की रजिस्ट्री हो जाएगी।


लेकिन जब उन्होंने समयसीमा बीतने के बाद बार-बार रजिस्ट्री के लिए संपर्क किया, तो संचालकों ने टालमटोल शुरू कर दिया। अंततः 12 जनवरी 2021 को बुकिंग कैंसिल कर 90 दिन के भीतर धनराशि वापस लौटाने का वादा किया गया। बावजूद इसके न तो उन्हें रकम वापस की गई और न ही कोई समाधान प्रस्तुत किया गया।

बबली कुमारी ने बताया कि जब वह कार्यालय पहुंचीं तो वहां मौजूद लोगों ने उनके साथ अभद्रता करते हुए भगा दिया। इसी दौरान उन्हें समाचार पत्रों और अन्य माध्यमों से जानकारी हुई कि नीलगिरी इंफ्रॉसिटी के संचालकों- विकास सिंह, रीतू सिंह, प्रदीप यादव, राजीव सिंह, संजय प्रजापति, अर्चना, पलाश सिंह सहित 10-15 अन्य के खिलाफ पूर्व में भी कई मुकदमे दर्ज हैं।
इस पर जब उन्होंने विकास सिंह और प्रदीप सिंह से बात की, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़िता की शिकायत पर चेतगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है। थानाध्यक्ष चेतगंज ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।

