

BHU प्रो. पर जानलेवा हमले का मास्टरमाइंड प्रो. वेंकटेश लापता, विश्वविद्यालय से लिया था 11-14 अगस्त तक छुट्टी
तेलुगु विभाग के पूर्व HOD सहित फरार छह आरोपियों की तलाश जारी, हमले के लिए बनवाए गए खास रॉड


वाराणसी, भदैनी मिरर। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के तेलुगु विभागाध्यक्ष प्रो. चल्ला श्रीरामचंद्र मूर्ति पर जानलेवा हमले के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि इस हमले के साजिशकर्ता पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. बूदाटी वेंकटेश ने विश्वविद्यालय को 11 से 14 अगस्त तक छुट्टी का आवेदन देकर लापता है। उन्होंने अपने अर्जी में किसी करीबी की शादी का होना बताया है। लेकिन घटना उजागर होने के बाद से उनका मोबाइल बंद है। पुलिस ने बताया कि उनके पास एक छात्र का फोन भी था, जो अब बंद हो चुका है।



हमले में शामिल 9 आरोपी
* प्रो. बूदाटी वेंकटेश (मुख्य साजिशकर्ता), बूतपुर भास्कर उर्फ बी. भास्कर (गिरफ्तार), मो. कासिम (फरार), मोदुकु कासिम बाबू (फरार), प्रमोद कुमार उर्फ गणेश पासी (मुठभेड़ में गिरफ्तार), वेदांत भूषण मिश्रा (गिरफ्तार), सूरज दुबे (फरार), प्रद्युम्न यादव (फरार) और विशाल यादव (फरार) । पुलिस के मुताबिक हमलावर प्रद्युम्न यादव और विशाल यादव के खिलाफ लूट व अन्य गंभीर अपराधों के 7-8 मुकदमे पहले से दर्ज हैं।


ऐसे बनी हमले की साजिश
पकड़े गए आरोपी बी. भास्कर के मुताबिक वह प्रो. वेंकटेश का करीबी है और उनके कहने पर कुछ भी कर सकता है। मई में वह और मोदुकु कासिम बाबू आठ दिन तक प्रो. वेंकटेश के घर पर रुके। इस दौरान वेंकटेश ने आरोप लगाया कि विभागाध्यक्ष प्रो. मूर्ति ने शिकायत कर उन्हें HOD पद से हटवा दिया। मोदुकु कासिम बाबू ने भी शिकायत की कि विभागाध्यक्ष रहते हुए प्रो. मूर्ति उसके स्थायी असिस्टेंट प्रोफेसर बनने में बाधा हैं। दोनों ने मिलकर प्रो. मूर्ति को रास्ते से हटाने का फैसला किया। इसके लिए प्रयागराज के प्रमोद कुमार और अन्य आरोपियों को जोड़ा गया।

हमले की तैयारी और घटनाक्रम
- 25 जुलाई: बी. भास्कर और मो. कासिम फ्लाइट से वाराणसी पहुंचे और नरिया के एक होटल में रुके।
- कासिम ने प्रमोद कुमार को बुलाकर योजना बताई।
- सूरज दुबे और अन्य ने हमले के लिए विशेष तौर पर दो-दो फुट लंबे लोहे के रॉड बनवाए।
- हमले के बाद प्रद्युम्न और विशाल यादव BHU परिसर से छित्तूपुर स्थित एक निजी हॉस्टल में जाकर छिपे।
बी. भास्कर ने पुलिस को बताया कि केवल हाथ-पैर तोड़ने के लिए भेजा गया था, लेकिन हाथ टूटने के बाद हमलावर भाग निकले। अब तक तीन आरोपी — गणेश पासी, वेदांत भूषण मिश्रा और बी. भास्कर — गिरफ्तार हो चुके हैं। बाकी छह आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें अलग-अलग राज्यों में दबिश दे रही हैं।

