
7 करोड़ के सरकारी धन गबन में लिप्त अवर अभियंता लखनऊ से गिरफ्तार, EOW वाराणसी की कार्रवाई
गाजीपुर के भदौरा ब्लॉक में पर्यटन सौंदर्यीकरण योजना के तहत हुआ था घोटाला, 2017 से चल रही थी जांच




वाराणसी/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद में सरकारी धन के बड़े घोटाले में आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) वाराणसी को बड़ी सफलता मिली है। वर्ष 2012-13 में पर्यटन विकास के नाम पर लगभग सात करोड़ रुपये के सरकारी धन के गबन के मामले में आरोपी अवर अभियंता जितेंद्र सिंह को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है।


EOW वाराणसी के निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा के नेतृत्व में यह कार्रवाई 16 जुलाई 2025 को लखनऊ में की गई, जब आरोपी को दोपहर लगभग दो बजे गिरफ्तार किया गया।
क्या है पूरा मामला?
सरकार द्वारा वर्ष 2012-13 में गाजीपुर के भदौरा ब्लॉक के पांच स्थलों पर पर्यटन विकास एवं सौंदर्यीकरण योजनाओं को मंज़ूरी दी गई थी। इस कार्य के लिए उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड, वाराणसी इकाई को कार्यदायी संस्था नियुक्त किया गया था।
लेकिन जांच में सामने आया कि कार्यदायी संस्था के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों ने न तो कार्य पूर्ण कराया और न ही उसे मानकों के अनुसार कराया, जिससे सरकार को करीब 7 करोड़ रुपये की आर्थिक क्षति हुई।


इस गंभीर वित्तीय अनियमितता को लेकर वर्ष 2017 में थाना गहमर, जनपद गाजीपुर में मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें कई अधिकारियों और ठेकेदारों के विरुद्ध शासकीय धन गबन का आरोप है।
प्रकरण में संलिप्त रहे उ.प्र. राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के तत्कालीन अवर अभियंता (सिविल) जितेंद्र सिंह पुत्र रामशंकर सिंह, निवासी बादपुर, नेहवाई थाना मांडा, प्रयागराज को गिरफ्तार कर लिया गया है।



