
नकबजन गिरोह के घुमंतू 2 शातिर गिरफ्तार, लाखों के जेवरात व नकदी बरामद
थाना कपसेठी पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर ₹1.52 लाख नकद और करीब ₹2.50 लाख मूल्य के जेवरात बरामद किए


वाराणसी। थाना कपसेठी पुलिस ने अन्तरजनपदीय नकबजन गिरोह का पर्दाफाश कर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से ₹1,52,200 नकद और करीब ₹2.50 लाख रुपये मूल्य के जेवरात बरामद किए हैं। घटना का खुलासा डीसीपी गोमती आकाश पटेल ने किया।



डीसीपी ने बताया कि 29/30 अगस्त 2025 की रात थाना कपसेठी क्षेत्र के ग्राम सरावां में एक मकान में सेंधमारी कर चोरी की वारदात हुई थी। जिसमें भारी मात्रा में जेवरात और नगदी चोरी हुई थी। मामले के खुलासे के लिए टीमें गठित की गई थी। टीम ने सुभाष बनवासी, निवासी भकोड़ा (चौरी) भदोही और श्यामवृज बनवासी, निवासी बैरी नवादा (खानपुर) गाजीपुर को अरेस्ट किया है।

घुमंतू है शातिर
डीसीपी के अनुसार, दोनों आरोपी घुमंतू प्रवृत्ति के हैं। ये मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करते और निजी वाहन या मुख्य मार्ग से यात्रा से बचते हैं। अक्सर पैसेंजर ट्रेनों से यात्रा करते और चोरी के बाद माल रिश्तेदारों या सुरक्षित ठिकानों पर छिपा देते थे। सामान्य नागरिकों की तरह व्यवहार करना ही इनकी पहचान और गिरफ्तारी को मुश्किल बनाता था। बताया कि इनके पास से ₹1,52,200 नकद, सोने के टप्स, नाक कील, मंगलसूत्र, चांदी का लच्छा, करधनी, पायल, सिकड़ी, बचकानी बाली, बिछिया, जंजीर, बचकानी चूड़ी और 1 एंड्रॉइड मोबाइल और उसकी रसीद (₹12,500 मूल्य) का बरामद हुआ है।

दर्ज होगा गैंगस्टर का मुकदमा
डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में सुभाष बनवासी ने स्वीकार किया कि उसने अपने चार साथियों—गोपी बनवासी, कमलेश बनवासी, सुदामा बनवासी और लालजी उर्फ राजकुमार बनवासी के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। उसने बताया कि ₹50,000 नकद उसने साथी श्यामवृज को छिपाने के लिए दिया था।
गिरफ्तार अभियुक्तों के तीन साथी—गोपी, कमलेश और सुदामा—को थाना बरसठी (जनपद जौनपुर) पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। ये तीनों कपसेठी केस में भी वांछित हैं। चौथे आरोपी लालजी उर्फ राजकुमार बनवासी की तलाश अभी जारी है।

