वाराणसी, भदैनी मिरर। आईआईटी बीएचयू के सेवानिवृत्त कर्मचारी पंचानंद तिवारी की शिकायत पर कोर्ट के आदेश पर लंका थाने में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर धन गबन करने के आरोप में मालवीय नगर पोस्टऑफिस में तैनात अज्ञात लिपिक और अभिकर्ता के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. आरोप है कि पीड़ित ने 12 लाख रुपए विभिन्न प्लान में निवेश किया था.
करौंदी के चंदननगर निवासी पंचानंद तिवारी वर्ष 2005 में बीएचयू से सेवानिवृत हुए थे. मालवीय नगर स्थित डाकघर में अलग-अलग स्कीम में उन्होंने 12 लाख रुपये निवेश किए थे. मेच्योरिटी के बाद उन्हें 16 लाख 12 हजार 720 रुपये मिलने थे. समय पूरा होने पर वह पोस्ट ऑफिस पहुंचे. तब लिपिक ने बताया कि पैसा खाते में ट्रांसफर हो गया है, जबकि पंचानंद तिवारी के खाते में रुपये नहीं आए थे. इस पर जनसूचना अधिकार के जरिये पैसे की जानकारी मांगी.
पोस्ट ऑफिस के कर्मचारियों ने बताया कि पुराने रिकॉर्ड समाप्त हो गए हैं. पंचानंद तिवारी का आरोप है उनका पूरा कागज लेखा-जोखा ‘श्रीवास्तव जी नामक लिपिक देखता था. बिना उन्हें सूचना दिए उनका खाता बंद कर दिया गया. उनका आरोप है कि तत्कालीन लिपिक और अभिकर्ता की मिलीभगत से उनके रुपों का गबन किया गया है. लंका पुलिस ने आईपीसी की धारा 409 और 420 के तहत मामला दर्ज कर जांच कर रही है