Bihar Assembly : सबसे कम उम्र की विधायक बनीं गायिका मैथिली ठाकुर, RJD के दिग्गज हराया
सभाओं में भाषण पर कम और गायकी पर अधिक बजती रही तालियां

गायकी से सियासत की तहलीज पर, 12 उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा चर्चा में रही मैथिली ठाकुर
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान अलीनगर के 12 उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा चर्चा मैथिली ठाकुर की थी। वह भी उनकी राजनीतिक समझ से ज्यादा उनकी गायन प्रतिभा को लेकर चर्चाएं होती रहीं। नामांकन के दिन से अमित शाह के साथ मंच साझा करने तक लोग मैथिली ठाकुर के भाषणों पर कम और गायकी पर अधिक तालियां बजाते रहे। चुनाव के दौरान विरोधियों के हमलावर तेवर से संशय की भी स्थिति बनती रही। लेकिन लगता है जनता ने मन ही मन अपना फैसला कर लिया था। नतीजा सामने है। मैथिली ठाकुर अब अलीनगर निर्वाचन क्षेत्र से राजद के दिग्गज विनोद मिश्रा को 11730 वोटों से हराकर बिहार विधानसभा के लिए निर्वाचित होने वाली सबसे कम उम्र की नेता बन गई।




एक दशक पहले जब बिहार की इस लड़की ने अपनी मधुर आवाज से संगीत जगत में पहचान बनानी शुरू की, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि वह एक दिन राजनीति के मैदान में उतर जाएगी। लोक गायिका से राजनेता बनी 25 वर्षीया मैथिली ठाकुर अब अलीनगर निर्वाचन क्षेत्र से राजद के दिग्गज विनोद मिश्रा को 11730 वोटों से हराकर बिहार विधानसभा के लिए निर्वाचित होने वाली सबसे कम उम्र की नेता बन गईं हैं। अलीनगर में 25वें और अंतिम राउंड की गिनती में मैथिली ठाकुर 84915 वोट पाकर विजयी रहीं। राजद प्रत्याशी विनोद मिश्र 73185 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। इससे पहले मैथिली ठाकुर ने कहा था कि ‘मैं अलीनगर में घर बनाना चाहती हूं और इसे ही अपना स्थायी ठिकाना बनाऊंगी।

मैथिली ठाकुर शास्त्रीय संगीत, लोकगीत, भजन और मैथिली-भोजपुरी गीतों के लिए जानी जाती हैं। उनका जन्म 25 जुलाई 2000 को बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में हुआ। उनके पिता रमेश ठाकुर संगीत शिक्षक हैं और मां भारती ठाकुर गृहिणी हैं। बचपन से ही मैथिली का संगीत के प्रति गहरा रूझान रहा। उनके 2 छोटे भाई ऋषभ और अयाची भी उनके साथ परफार्म करते थे। मैथिली ने कई टीवी शो में हिस्सा लिया। जी टीवी के ’लिटिल चैंप्स’, 2017 में ’राइजिंग स्टार’ में भी भाग लिया। सोशल मीडिया पर भी उनकी अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है।


उन्हें कई सम्मानों से नवाजा गया है। इनमें से 2021 में संगीत नाटक अकादमी का उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार, लोकमत सुर ज्योत्सना नेशनल म्यूजिक अवॉर्ड, और 2024 में पीएम नरेंद्र मोदी से नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड शामिल हैं। भाजपा उम्मीदवार मैथिली ठाकुर को ‘‘बाहरी’’ होने के आरोपों का सामना भी करना पड़ा। उनकी पारिवारिक जड़ें मधुबनी जिले में हैं। कुछ समय से वह अपने माता-पिता और भाइयों के साथ दिल्ली में रह रही थीं। ठाकुर ने 14 अक्टूबर को भाजपा की सदस्यता ली थी।


