Bihar Assembly Election 2025 Result LIVE: तेजस्वी को बढ़त और तेज प्रताप यादव पिछड़े
मतदान में महिलाओं की बढ़ी भागीदारी से नीतिश की पार्टी को बढ़त मिलने के आसार

बिहार के शराब बंदी का असर इस चुनाव में भी दिखाई दे रहा
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है। मतगणन के तीन घंटे की गिनती के बाद रुझानों में एनडीए 190 से अधिक और महागठबंधन करीब 45 से अधिक सीटों पर आगे दिखाई दे रहा है। हालांकि यह शुरुआती रुझान हैं, नतीजे नहीं। लेकिन सभी दलों में अपनी-अपनी जीत के दावे बरकरार हैं। बहुतों को उम्मीद है कि आखिरी वक्त भी पासा पलट सकता है।




अब यदि बिहार की चर्चित सीटों का हाल देखें तो पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव राघोपुर सीट पर शुरुआती रुझानों में कुछ देर पिछड़ने के बाद एक बार फिर बढ़त बनाए बना लिए हैं। जबकि बीजेपी के सतीश कुमार दूसरे नम्बर पर हैं। लेकिन आरजेडी और बीजेपी कार्यकर्ताओं का उत्साह बना हुआ है। इसके अलावा आरजेडी से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले तेज प्रताप यादव महुआ सीट पर चौथे नंबर पर चल रहे हैं। यहां उनकी हालत अपेक्षा के अनुरूप अच्छी नही है। यहां लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के उम्मीदवार संजय कुमार सिंह साढ़े तीन हज़ार से ज़्यादा वोटों से बढ़त में हैं।

आपको बता दें कि राज्य की 243 सीटों के लिए 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुआ। इस बार का बिहार विधानसभा चुनाव ख़ास रहा, क्योंकि 1951 के बाद बिहार में इस बार सबसे ज़्यादा वोट पड़े। बिहार में 67.13 प्रतिशत मतदान हुआ। यह विधानसभा चुनाव से 9.6 प्रतिशत अधिक है। मतदान में पुरुषों की हिस्सेदारी 62.98 प्रतिशत रही और महिलाओं की 71.78 प्रतिशत है। यह भी बता दें कि बिहार में 3.51 करोड़ महिला मतदाता और 3.93 करोड़ पुरुष मतदाता है। कुल मतदाताओं की संख्या 7.45 करोड़ है। लेकिन मतदान में महिलाओं की ज़्यादा भागीदारी होने से नीतीश कुमार को फ़ायदा होने की उम्मीद है।

मतदान की ख़ास बात यह भी रही कि पुरुषों की हिस्सेदारी 62.98 प्रतिशत और महिलाओं की 71.78 प्रतिशत रही। हालांकि यह पहले से कहा जाता रहा है कि बिहार में शराब बंदी महिलाएं खुश हैं। इसके बावजूद बिहार में शराब की तस्करी और ब्लैक मार्केटिंग की खबरें आती रहीं। फिर भी बिहार में शराब लेकर जाने और पीकर बहकनेवालों की संख्या में काफी गिराटवट आई। शराबियों पर कार्रवाई से महिलाओं के पति या परिवार के लोग सहमे रहते हैं। इसलिए कहीं न कहीं नीतिश सरकार की शराब बंदी का असर दिखाई दे रहा है।


