बिहार की नई सरकार : बीजेपी और जदयू के 16-16 मंत्री ले सकते हैं शपथ
चिराग, मांझी और कुशवाहा की पार्टी के मंत्री भी रहेंगे, फार्मूला तैयार

पटना। बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेतृत्व में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कैबिनेट की बैठक के बाद राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। इसके साथ ही नई सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई। 20 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह पटना के गांधी मैदान में होना है। यहां दसवीं बार नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके साथ ही कुल 36 मंत्री नई सरकार में मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इसकी तैयारी भी हो चुकी है।



इस सिलसिले में एनडीए के सभी घटक दल के नेता नीतीश कुमार से उनके आवास पर जाकर मिल चुके हैं। नई सरकार में भाजपा और जनता दल यूनाईटेड से 16, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से दो, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा से एक-एक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। सभी पार्टियां अपने-अपने मंत्रियों की सूची फाइनल कर रही हैं। आपको बता दें कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एनडीए के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक हुई थी। इसमें नई सरकार के रूपरेखा तय हुई। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह के साथ जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की बैठक हुई। इसमें यह तय हो चुका है कि किस पार्टी के कितने मंत्री होंगे।

एनडीए के घटक दल अपने-अपने विधायक दल का नेता चुनने की कवायद में जुटे हैं। चिराग पासवान ने अपने दल का नेता राजू तिवारी को चुना है। पीएम मोदी के साथ हुई बैठक में छह विधायकों पर एक मंत्री का फॉर्मूला तय हुआ है। इस आधार पर जदयू के खाते में सीएम नीतीश कुमार समेत 16 मंत्री, भाजपा के खाते में दो डिप्टी सीएम समेत 16 मंत्री, लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के खाते में दो मंत्री पद देने की चर्चा है। जबकि चिराग की पार्टी के नेता अपने खाते में तीन मंत्री चाहते हैं। उनका कहना है कि अगर छह विधायकों के फॉर्मूले को मनाना है तो उस हिसाब से उनके 19 विधायक हैं। इस हिसाब से तीन मंत्री का पद देना बेहतर होगा। जानकारों का कहना है कि विधायकों की संख्या के हिसाब से भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। वह दो सीएम समेत 16 मंत्रियों को शपथ दिला सकती है।

जबकि जदयू सीएम पद के साथ 15 मंत्री शपथ दिला सकती है। मगर यदि जदयू 15 पर मान जाती है तो इसका फायदा चिराग पासवान को मिलेगा। तब जाकर चिराग की पार्टी में तीन मंत्री शपथ ले पाएंगे। गौरतलब है कि एनडीए ने 243 सदस्यीय विधानसभा में 200 से अधिक सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया है। भाजपा ने 89, जदयू ने 85, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) ने 19, जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के पांच, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा से चार विधायक निर्वाचित हुए हैं। नई सरकार के गठन को लेकर एनडीए के दलों में उत्साह है। इसलिए शपथ ग्रहण समारोह को एतिहासिक बनाने की कोशिश हो रही हैं।


