वाराणसी, भदैनी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी के भदैनी में हुए सामूहिक हत्याकांड में अब तक पुलिस के हाथ खाली है. भेलूपुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर राजेंद्र प्रसाद गुप्ता के बड़े भतीजे विशाल गुप्ता उर्फ विक्की के खिलाफ बीएनएस की धारा 84 के तहत किया नोटिस चस्पा किया. पुलिस ने डुगडुगी बजवाई. चर्चित हत्याकांड में एसआईटी गठन के बाबजूद अब तक सुराग नहीं लग सका है. इस हत्याकांड में वाराणसी कमिश्नरेट की सर्विलांस सेल भी अब तक फेल है.
बता दें, भदैनी (भेलूपुर) निवासी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता का शव रोहनिया में निर्माणाधीन मकान के भीतर मिला था, जबकि उसकी पत्नी नीलू और बच्चों नमनेंद्र, सुकेंद्र व गौरांगी का शव 5 नवंबर 2024 को भदैनी वाले मकान में मिला था. सभी की हत्या गोली मारकर की गई है. इस मामले में पुलिस के शक के घेरे में बड़े भतीजे विशाल गुप्ता उर्फ विक्की की तलाश में पुलिस की टीम अहमदाबाद से लेकर दिल्ली सहित कई राज्यों में गई लेकिन हाथ खाली है. सर्विलांस के मुताबिक पुलिस को पता चला है कि विक्की 23-24 अक्टूबर 2024 से ही अपने मोबाइल फोन बंद कर लिया था. वह वारदात के एक दिन पहले यानि चार नवंबर तक बनारस में ही था. मृतक राजेंद्र प्रसाद गुप्ता पर अपने पिता, छोटे भाई, उसकी पत्नी और चौकीदार के हत्या का आरोप था.
अपनों से कम बातचीत करता था विक्की
पुलिस हिरासत में विक्की के छोटे भाई जुगनू ने इतना ही बताया कि उसका भाई विक्की शांत रहता था और लोगों से कम ही घुलता-मिलता था. वह जुगनू और बहन डॉली से भी कम ही बातचीत करता है. पुलिस तफ्तीश में पता चला है कि उसकी एक महिला मित्र भी है, जो महाराष्ट्र मे रहती है. पुलिस को विक्की के महिला मित्र से भी कुछ खास जानकारी नहीं मिल पाई. विक्की अपने किसी से परिचितों से संपर्क में नहीं है.
सॉफ्टवेयर डेवलपर का काम करता था विक्की
पुलिस तफ्तीश में विक्की के बारे में इतना ही पता चला कि विक्की एमसीए की पढ़ाई किए हुए है और अहमदाबाद में सॉफ्टवेयर डेवलपर का काम करता था. अहमदाबाद पहुंची पुलिस टीम उसके दफ्तर, फ्लैट और कॉलोनी के आसपास लोगों से जानकारी इकट्ठा की, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिल सकी.