Kerala Local Body Election Results: तिरुवनंतपुरम में NDA की ऐतिहासिक जीत, UDF का शहरी इलाकों में दबदबा, LDF को बड़ा झटका
केरल निकाय चुनाव के नतीजों ने बदली सियासी तस्वीर, 2026 विधानसभा चुनाव से पहले शहरी वोटरों का मूड साफ
केरल। केरल के स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजों ने राज्य की राजनीति में बड़ा संकेत दे दिया है। मतगणना जैसे-जैसे अंतिम चरण में पहुंची, यह साफ हो गया कि 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले सियासी जमीन खिसक चुकी है। शहरी इलाकों में जहां NDA और UDF ने ताकत दिखाई, वहीं वाम मोर्चे (LDF) को कई मोर्चों पर झटका लगा है।
तिरुवनंतपुरम में NDA की ऐतिहासिक जीत
राजधानी तिरुवनंतपुरम नगर निगम में BJP के नेतृत्व वाले NDA ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए लेफ्ट का किला ध्वस्त कर दिया। यह जीत केरल की राजनीति में BJP के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, खासकर शहरी क्षेत्रों में पार्टी की बढ़ती पकड़ को देखते हुए।
पलक्कड़ में NDA की सत्ता बरकरार
पलक्कड़ नगरपालिका में भी NDA ने अपनी सत्ता कायम रखी है, जिससे यह साफ हो गया है कि पार्टी शहरी मतदाताओं के बीच लगातार अपनी स्वीकार्यता बढ़ा रही है।
LDF को बड़ा झटका, कोल्लम में 25 साल बाद हार
वाम मोर्चे को सबसे बड़ा झटका कोल्लम नगर निगम में लगा है, जहां 25 साल से सत्ता पर काबिज LDF को बाहर का रास्ता देखना पड़ा। यह हार लेफ्ट के लिए गंभीर आत्ममंथन का संकेत मानी जा रही है।
UDF की शहरी वापसी, राहुल गांधी उत्साहित
कांग्रेस के नेतृत्व वाले UDF ने शहरी इलाकों में दमदार वापसी की है। कोच्चि और त्रिशूर नगर निगम में UDF की जीत को पार्टी के लिए बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है। इन नतीजों से कांग्रेस नेतृत्व, खासकर राहुल गांधी के खेमे में उत्साह देखा जा रहा है।
कितने निकायों के लिए हुई मतगणना?
केरल में कुल 1199 स्थानीय निकायों के लिए दो चरणों में मतदान हुआ था।
- मतगणना शनिवार सुबह 8 बजे शुरू हुई
- पहले पोस्टल बैलेट, फिर EVM वोटों की गिनती हुई
- राज्यभर के 244 काउंटिंग सेंटर और 14 जिला कलेक्टरेट्स में मतगणना संपन्न हुई
शहरी बनाम ग्रामीण राजनीति का साफ संकेत
चुनावी रुझानों से एक दिलचस्प तस्वीर सामने आई है—
- ग्रामीण इलाकों में LDF की स्थिति अपेक्षाकृत मजबूत रही
- शहरी क्षेत्रों में UDF और NDA का दबदबा बढ़ा
तिरुवनंतपुरम जैसे अहम शहरी केंद्र में BJP का उभार केरल की राजनीति में बदलाव का संकेत माना जा रहा है।
शपथ ग्रहण का कार्यक्रम
- 21 दिसंबर सुबह 10 बजे: नवनिर्वाचित पंचायत सदस्य और नगर पालिका पार्षद शपथ लेंगे
- 21 दिसंबर सुबह 11 बजे: नगर निगम पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह होगा
2026 विधानसभा चुनाव के लिए क्या संकेत?
स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजों ने साफ कर दिया है कि केरल की राजनीति अब दोतरफा मुकाबले से आगे निकल चुकी है।
- NDA शहरी इलाकों में अपनी जड़ें मजबूत कर रहा है
- UDF वापसी के मजबूत संकेत दे रहा है
- LDF को रणनीति और नेतृत्व पर नए सिरे से मंथन करना होगा
आने वाले महीनों में केरल की सियासत में रणनीति, गठबंधन और नेतृत्व को लेकर हलचल और तेज होने की पूरी संभावना है।