दालमंडी के व्यापारियों से मिले यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय, बोले -“काशी की पहचान को मिटा रही सरकार”
वाराणसी के लहुराबीर स्थित आवास पर व्यापारियों ने अजय राय से की मुलाकात, कहा – जबरन और दमनकारी कार्रवाई से उजड़ रहा है दालमंडी बाजार।
वाराणसी। दालमंडी के व्यापारियों, मकान मालिकों और किरायदारों का संघर्ष अब सियासी गलियारों तक पहुंच गया है। मंगलवार को सैकड़ों व्यापारी यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के लहुराबीर स्थित आवास पर पहुंचे और अपनी समस्याएं साझा कीं। व्यापारियों ने बताया कि दालमंडी में चल रही प्रशासनिक कार्रवाई न सिर्फ पक्षपातपूर्ण है, बल्कि इसमें आम व्यापारियों की आजीविका पर संकट खड़ा हो गया है।
व्यापारियों ने बताया कि दालमंडी वाराणसी का ऐतिहासिक व्यापारिक केंद्र है, जहां कई पीढ़ियों से अलग-अलग समुदायों के लोग अपना कारोबार कर रहे हैं। लेकिन सरकार योजनाबद्ध तरीके से छोटे व्यापार को खत्म करने और कॉरपोरेट हितों को साधने में लगी है।
अजय राय का बयान:
मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अजय राय ने कहा – “यह अत्याचार और अन्याय है। गरीब व्यापारियों को उजाड़ा जा रहा है। दालमंडी में दीपक अग्रवाल जैसे व्यापारी तीसरी पीढ़ी से कारोबार कर रहे हैं, लेकिन आज उन्हें जबरन हटाया जा रहा है। बिना सहमति और संवाद के प्रशासन ऐसी कार्रवाई नहीं कर सकता।”
उन्होंने कहा कि मोदी–योगी सरकार काशी के छोटे व्यापारियों की अनदेखी कर रही है। “दालमंडी सिर्फ बाजार नहीं, काशी की पहचान और आर्थिक धड़कन है। सरकार इसे कॉरपोरेट के हाथों बेचने पर तुली है। यह रोजगार छीनने वाली सरकार है, जो गरीबों और मध्यम वर्ग की रोजी-रोटी छीन रही है,” अजय राय ने कहा।
कांग्रेस ने जताया समर्थन
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि पार्टी व्यापारी समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विकास के खिलाफ नहीं, बल्कि अन्यायपूर्ण और दमनकारी कार्रवाई के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि दालमंडी के व्यापारियों की पीड़ा को पार्टी उच्च स्तर पर उठाएगी ताकि सरकार को जवाब देना पड़े।
इस दौरान महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे, अब्दुल हमीद डोडे, खालिद सिद्दीकी, हाजी इस्लाम, तथा दालमंडी व्यापार समिति के पदाधिकारी समेत सैकड़ों व्यापारी उपस्थित रहे।