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बिहार चुनाव रुझानों पर बोले अखिलेश यादव: “SIR ने किया खेल, अब देशभर में नहीं होने देंगे दोबारा”

पूर्व सीएम ने महागठबंधन की हार के पीछे SIR को ठहराया जिम्मेदार, कहा-PPTV यानी ‘पीडीए प्रहरी’ चौकन्ना रहकर BJP की चुनावी साज़िश नाकाम करेगा

 

लखनऊ/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के रुझानों के बीच यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने महागठबंधन (RJD-कांग्रेस गठबंधन) की संभावित हार के लिए जिस ‘SIR’ को जिम्मेदार बताया है, उस पर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है।

अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा कि बिहार में SIR ने जो “खेल” किया है, वह अब देश के अन्य राज्यों में नहीं हो पाएगा, क्योंकि इस “चुनावी साज़िश” का भंडाफोड़ हो चुका है।

क्या कहा अखिलेश यादव ने?

अपने बयान में अखिलेश यादव ने लिखा: “बिहार में जो खेल SIR ने किया है वो प. बंगाल, तमिलनाडू, यूपी और बाक़ी जगह पर अब नहीं हो पायेगा क्योंकि इस चुनावी साज़िश का अब भंडाफोड़ हो चुका है। अब आगे हम ये खेल, इनको नहीं खेलने देंगे। CCTV की तरह हमारा PPTV, मतलब ‘पीडीए प्रहरी’, चौकन्ना रहकर भाजपाई मंसूबों को नाकाम करेगा। भाजपा दल नहीं छल है।”

अखिलेश यादव के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है।

PPTV क्या है?

अखिलेश यादव के अनुसार—

  • PPTV = PDA Prahari TV
  • यह समाजवादी पार्टी का एक मॉनिटरिंग सिस्टम है, जो चुनाव प्रक्रिया पर नजर रखेगा।
  • इसका उद्देश्य “भाजपा की चुनावी साज़िशों को नाकाम करना” बताया गया है।

उन्होंने दावा किया कि जिस तरह CCTV हर गतिविधि पर नजर रखता है, वैसे ही PPTV चुनावी प्रक्रिया को मॉनिटर करेगा।

बिहार रुझानों के बाद राजनीति गर्म

बिहार में जारी मतगणना के शुरुआती रुझानों में महागठबंधन पिछड़ता दिखा, जिसके बाद विपक्षी दलों की ओर से EVM, चुनावी प्रबंधन और SIR जैसे ‘तत्वों’ को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
अखिलेश यादव का यह बयान महागठबंधन के भीतर भी हलचल बढ़ाने वाला माना जा रहा है। विशेषकर तब, जब बिहार का चुनावी माहौल पहले ही बेहद संवेदनशील बना हुआ है।

क्या है आगे की राजनीति?

अखिलेश यादव ने संकेत दिया कि- आने वाले लोकसभा चुनाव हो या राज्यों के चुनाव, पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) को केंद्र में रखकर समाजवादी पार्टी भाजपा के “मंसूबों” को चुनौती देगी।
उन्होंने दावा किया कि बिहार के बाद अब यह खेल देशभर में नहीं दोहराया जा सकेगा।