वाराणसी, भदैनी मिरर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मथुरापुर गांव की तीन बेटियों ने अपनी मेहनत और लगन से 68वीं राष्ट्रीय स्कूल कुरास गेम में सफलता का परचम लहराया। सरिता पटेल की बेटियां—प्रीति पटेल, प्राची पटेल, और शशि पटेल ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 2 से 6 जनवरी 2025 तक आयोजित प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए।


इस उल्लेखनीय उपलब्धि के बाद, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को इन बेटियों, उनकी मां और कोच को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय बुलाकर सम्मानित किया। अखिलेश यादव ने खिलाड़ियों और उनकी मां को अंगवस्त्र और 51-51 हजार रुपये का चेक देकर सम्मानित किया।

पिता का सपना पूरा करने की जिद्द

बेटियों की मां सरिता पटेल सड़क किनारे सब्जी बेचकर परिवार चलाती हैं। बेटियों के पिता स्व. संतोष पटेल बुनकारी का काम करते थे और बीडीसी सदस्य भी थे। उनका सपना था कि उनकी बेटियां देश का नाम रोशन करें। हालांकि, उनका असमय निधन हो गया, लेकिन परिवार ने हार नहीं मानी। बेटियां प्रतिदिन 20 किलोमीटर दूर सजोई अखाड़े में अभ्यास करती रहीं, जहां सुविधाओं का अभाव था। बिना मैट वाले अखाड़े में अभ्यास करते हुए उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की।




कुरास गेम
कुरास, उज़्बेकिस्तान का राष्ट्रीय खेल है, जिसे उज़्बेकिस्तानी कुश्ती भी कहा जाता है। यह लगभग 3000 वर्ष पुराना खेल है, जो अब दुनिया के 70 से अधिक देशों में खेला जाता है। 2018 में इसे एशियाई खेलों में शामिल किया गया। भारत में इसकी शुरुआत 2000 में हुई और अब तक 34 राष्ट्रीय और 5 अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा चुका है।


सम्मान समारोह में अखिलेश यादव के साथ वाराणसी के सपा नेता आनंद मोहन यादव, समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल, कोच अजीत पाल और कुश्ती संघ वाराणसी के संयुक्त सचिव गोरख यादव सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर सरिता पटेल ने अखिलेश यादव को सरदार पटेल का चित्र भेंट किया।

इन बेटियों की उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।