वाराणसी,भदैनी मिरर। वाराणसी में एसओजी टीम और रोहनिया पुलिस ने गांजे की बड़ी खेप को पकड़ा है. तस्कर झारखंड के जमशेदपुर से लाकर वाराणसी और आस पास के क्षेत्रों में गांजा बेचने की फिराक में थे. एसओजी और पुलिस टीम ने तीन तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने 65.772 किलो गांजा की खेप पकड़ी है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 10 लाख आंकी गई है. पुलिस ने रोहनिया थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे से तस्करों की गिरफ्तारी की है. मामले का खुलासा डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीना और एडीसीपी वरुणा जोन टी सरवनन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया है.
डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीणा ने बताया कि एसओजी टीम और रोहनिया पुलिस ने दो व्हीकल पकड़ा है. एक फॉर्च्यूनर और दूसरी स्विफ्ट डिजायर. फॉर्च्यूनर झारखंड नंबर प्लेट की है तो स्विफ्ट डिजायर छत्तीसगढ़ नम्बर प्लेट की है. दोनों वाहनों से झारखंड के रहने वाले तीन तस्कर गिरफ्तार किए गए है. जिनकी शिनाख्त अजय आलोक मण्डल निवासी क्रिस्चियन बस्ती सोनारी (पूर्वी सिंहभूमि जमशेदपुर), मो० मंसूर आलम निवासी गडवान पट्टी (कीताडीह,गोलमुरी) जमशेदपुर और चेतन मुखी निवासी हरिजन बस्ती, वर्मा माइन्स, थाना वर्मा माइन्स जमशेदपुर के रूप में हुई है. वाहन से इनके कब्जे से 65.772 किलो अवैध गांजा बरामद किया गया है.
ज्यादा मुनाफा के चक्कर में आए थे
पुलिस पूछताछ में अरेस्ट तीनों आरोपियों ने बताया कि ने हमारे पास जो ये दोनों गाड़िया हैं उनमे गांजा लदा है. हम लोग अधिक मुनाफा कमाने के लिए छिपकर अवैध गांजे को कम दामों में क्रय कर के अधिक दामों में स्थानीय बाजारों में विक्रय करते हैं. आज भी हम लोग इस अवैध गांजे को स्थानीय बाजार व आस-पास के क्षेत्रों में खपाने के लिए ले जाने हेतु आए थे मगर पुलिस ने पकड़ लिया.
डीसीपी ने बताया कि अब तक पूछताछ में इनका कोई अपराधिक इतिहास नहीं मिला है. वाराणसी पुलिस झारखंड पुलिस से संपर्क कर इनके अपराधिक इतिहास के बारे में पता कर रही है. उन्होंने कहा कि आरोपियों का पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर अन्य जानकारी हासिल की जायेगी कि इसके पीछे और कौन-कौन लोग शामिल है. इनके विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई भी होगी