विश्वप्रसिद्ध नक्कटैया पर संशय: मेले के आयोजन के लिए सरकारी आर्थिक सहयोग की मांग, जाने समिति के लोगों ने क्या कहा...

विश्वप्रसिद्ध नक्कटैया पर संशय: मेले के आयोजन के लिए सरकारी आर्थिक सहयोग की मांग, जाने समिति के लोगों ने क्या कहा...
पत्रकारवार्ता में समिति की बात रखते पदाधिकारी

वाराणसी,भदैनी मिरर । काशी के लक्खा मेले में शुमार विश्व प्रसिद्ध चेतगंज नक्कटैया इस वर्ष भी संपन्न होने में संशय की स्थिति है। यह बात श्री चेतगंज रामलीला समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता बच्चू ने परेड कोठी स्थित एक होटल मेंं आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कही।उन्होंने कहा कि विगत वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण चेतगंज रामलीलाओं का मंचन व नक्कटैया स्थगित रहा है। 

उन्होंने बताया कि चेतगंज की नक्कटैया का आरंभ बाबा फतेह राम जी द्वारा उस समय किया गया था जब स्वतंत्रता आंदोलन चरम सीमा पर था। बाबा फतेह राम जी ने चेतगंज नक्कटैया को स्वतंत्रता आंदोलन से जोडा व नक्कटैया में शामिल लाग विमान व झांकियों द्वारा ब्रिटिश हुकूमत के प्रति विरोध का माध्यम बनाया। 

वर्तमान समय में भी नक्कटैया के माध्यम से समाज में व्याप्त कुरीतियों व विसंगतियों के विरुद्ध लाग विमान झांकियों द्वारा प्रदर्शन किया जाता है। चेतगंज रामलीला का आरंभ बाबा फतेह राम जी द्वारा चंदे से किया गया है और आज तक उसी परंपरा का नर्वाह होता आ रहा है। वर्तमान समय में पुनः कोरोना महामारी को देखते हुए प्रतिदिन रामलीला का मंचन प्रतीक रूप से श्री राम की आरती करके परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है। 

इसी क्रम में चेतगंज नक्कटैया का भी आयोजन प्रतीक रूप में भगवान श्री राम के रथ को लीला स्थल पर स्थापित कर किया जाएगा। भारत के प्रधानमंत्री व काशी के सांसद  नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,  उत्तर प्रदेश सरकार मंत्री गण नीलकंठ तिवारी, रविंद्र जायसवाल व अनिल राजभर से विनम्र आग्रह है कि काशी की रामलीलाओं के धार्मिक व सांस्कृतिक परंपराओं को बचाने के लिए भव्य मेले का आयोजन सरकारी आर्थिक सहायता से कराने की व्यवस्था करें। 

उन्होंने कहा की बाबा फतेह राम जी ने जो अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ धर्म का सहारा लेकर लाखों की संख्या में जनमानस को नक्कटैया के माध्यम से जोड़कर आंदोलन को गति दी। इसलिए उन्हें स्वतंत्रता सेनानी घोषित किये जाने की मांग समिति द्वारा कई वर्षों से चली आ रही है। चंदा ना मिलने के कारण समिति चेतगंज नक्कटैया कराने में असमर्थ है। वर्ष में एक बार नक्कटैया के अवसर पर मेला क्षेत्र की तमाम क्षतिग्रस्त सड़कें ठीक करा दी जाती थी। लेकिन विगत कुछ वर्षों से यह सभी कार्य भी अधूरे पड़े हैं।

 पूर्वांचल से लाखों की संख्या में इस मेले में लोग आते हैं। समिति विगत कई वर्षों से क्षेत्रीय विधायक से आर्थिक सहयोग के लिए आग्रह करती आ रही है। अगर सरकार इस मेले का भव्य आयोजन करती है, तो समिति इसके लिए  मुख्यमंत्री द्वारा वर्चुअल उद्घाटन का भी आग्रह करती है। अगर सरकार द्वारा समिति को कोई आर्थिक सहायता नहीं प्राप्त होती है तो भी सांकेतिक रूप से मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन कार्यक्रम करा कर नक्कटैया का आयोजन किया जाएगा। 

अब नक्कटैया मेले के आयोजन का निर्णय उत्तर प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन के ऊपर है जो भी निर्णय होगा समिति उस निर्णय को सहर्ष स्वीकार करती है। यह मेला हिंदू जनमानस के हृदय व धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है इसलिए समिति देश के यशस्वी प्रधानमंत्री एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से आग्रह करती है की कृपया इस ओर भी ध्यान दें। पत्रकार वार्ता में मुख्य रूप से महेंद्र प्रसाद निगम, अम्बरीष सिंह भोला, अनुपम पांडेय, तनुज पांडेय, अजय सिंह बॉबी, बांकेलाल ,भोलानाथ जायसवाल, कैलाश गुप्ता, राजू यादव, दिव्य प्रकाश श्रीवास्तव एडवोकेट ,ललित मोहन सिन्हा एडवोकेट, संदीप मिश्रा, विजय मिश्रा पूर्व पार्षद, सुशील गुप्ता(पार्षद) प्रदीप कुमार कनौजिया, शुभम् सेठ गोलू मौजूद रहे।