वाराणसी। उत्तर प्रदेश सिविल न्यायालय चयन परीक्षा में फर्जी तरीके से शामिल होने वाले साल्वर गैंग के दो सदस्यों को लंका पुलिस ने धर दबोचा है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से फर्जी प्रवेश पत्र, आधार कार्ड और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
थाना लंका की पुलिस टीम ने मारूति नगर बस स्टैंड के पास से जितेन्द्र कुमार (32) और अखिलेश कुमार (28) को गिरफ्तार किया। जितेन्द्र बिहार के नालंदा जिले का निवासी है, जबकि अखिलेश प्रयागराज के सोरांव क्षेत्र का निवासी है। दोनों आरोपियों के पास से कूटरचित दस्तावेज और अन्य सामग्री बरामद की गई।
बीते 4 जनवरी को सिविल न्यायालय परीक्षा के दौरान केंद्रीय विद्यालय बीएचयू में अभ्यर्थी सौरभ कुमार को पकड़ा गया था। पूछताछ में सौरभ ने साल्वर गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी दी, जिसके आधार पर पुलिस ने 6 जनवरी को कार्रवाई की और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे एक संगठित गिरोह के तहत काम करते हैं। उनका उद्देश्य विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में वास्तविक उम्मीदवारों के स्थान पर साल्वर बैठाकर फर्जी तरीके से परीक्षा पास कराना है। इसके लिए वे फर्जी आधार कार्ड और एडमिट कार्ड तैयार करते थे और मोटी रकम वसूलते थे।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन, फर्जी आधार कार्ड, और प्रवेश पत्र की प्रतियां बरामद की। दोनों के खिलाफ थाना लंका में उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अध्यादेश 2024 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में लंका प्रभारी शिवाकांत मिश्र, उप-निरीक्षक शिवाकर मिश्रा, कांस्टेबल रंगराजन, कॉन्स्टेबल फेकू वर्मा,कॉन्स्टेबल सर्वेश कुमार सिंह, और कॉन्स्टेबल रोशन कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई।