वाराणसी, भदैनी मिरर। एक तरफ रेलवे लगातार अपनी सुविधाओं को बढ़ाने में जुटा है तो दूसरी ओर यात्रियों के शिकायत का त्वरित निस्तारण भी कर रहा है. ‘रेल मदद‘ ऐप, हेल्प लाइन नम्बर-139, एस.एम.एस एवं वेब के माध्यम से प्राप्त परिवादों का समय से निस्तारण करने का प्रयास कर रहा है. रेलवे मदद ऐप से एक महिला ने अपने मासूम के लिए गर्म दूध की मांग की.
News Update
MGKVP में समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने की अमित शाह का पुतला फूंकने की कोशिश, पुलिस के रोकने पर हुई नोक-झोंक
वाराणसी। डॉ. भीमराव अंबेडकर के बयान पर मचे राजनीतिक घमासान के बीच, विपक्ष का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। इसी क्रम में वाराणसी में समाजवादी छात्रसभा के कार्यकर्ताओं ने गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूंकने का प्रयास किया। हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिस ने पुतला जलाने की कोशिश को नाकाम कर दिया। इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई।
“जय भीम” के नारों के साथ पुतला दहन का प्रयास
समाजवादी छात्रसभा के नेता और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विमलेश यादव ने आरोप लगाया कि संसद में गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिया गया बयान डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान है। उन्होंने कहा, “बाबा साहब ने देश का संविधान बनाया, जिसे पूरा देश सम्मान की दृष्टि से देखता है। गृहमंत्री का बयान भाजपा की मानसिकता को दर्शाता है। हमने इसी के विरोध में उनका पुतला फूंकने की कोशिश की।”
पुलिस और छात्रों में हुई नोकझोंक
प्रदर्शनकारी छात्र संपूर्णानंद हॉस्टल से प्रशासनिक भवन की ओर बढ़ रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें रोका। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए पुतला छीन लिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच नोकझोंक हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर सिगरा थाने भेज दिया।
पुलिस ने इस मामले में कानून व्यवस्था भंग करने का आरोप लगाते हुए सख्ती बरतने की बात कही है। वहीं, हिरासत में लिए गए छात्रों ने कहा कि यह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन था, लेकिन प्रशासन ने इसे जबरदस्ती रोक दिया।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पर अमित शाह के बयान से गरमाई सियासत, संसद में नीली टी-शर्ट में राहुल तो नीली साड़ी में पहुंची प्रियंका
गृह मंत्री अमित शाह के भीमराव अंबेडकर पर दिए बयान के बाद देश की राजनीति में उबाल आ गया है। कांग्रेस ने इस बयान को लेकर अमित शाह से इस्तीफे की मांग की है और 19 दिसंबर को बीजेपी और गृह मंत्री के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। इस बीच लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित कई कांग्रेस नेता संसद में नीले कपड़े पहनकर पहुंचे, जिससे इस मुद्दे पर कांग्रेस की रणनीति और स्पष्ट हो गई।
विपक्ष का नीले रंग से संदेश
राहुल गांधी ने नीली टी-शर्ट पहनी, जबकि प्रियंका गांधी संसद में नीली साड़ी में नजर आईं। बहुजन आंदोलन में नीला रंग एक प्रतीकात्मक महत्व रखता है, जिसे झंडे और अन्य प्रतीकों में शामिल किया जाता है। कांग्रेस ने इस रंग के माध्यम से बाबा साहेब अंबेडकर से जुड़े मुद्दे को राजनीतिक संकेत के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश की है।
संसद में उठा मुद्दा, कार्यवाही स्थगित
कांग्रेस समेत तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, राजद, वामपंथी दल और शिवसेना (यूबीटी) जैसे विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को जोर-शोर से संसद के दोनों सदनों में उठाया। इस कारण संसद की कार्यवाही बुधवार (18 दिसंबर 2024) को स्थगित करनी पड़ी।
प्रियंका गांधी और विपक्ष का विरोध प्रदर्शन
गुरुवार को इंडिया गठबंधन के सांसदों ने संसद परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। नेताओं ने कहा, “गृह मंत्री अमित शाह को माफी मांगनी होगी। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अंबेडकर के प्रति सम्मान है, तो उन्हें अमित शाह को बर्खास्त करना चाहिए।”
अमित शाह का बचाव करते हुए पीएम का हमला
विपक्ष के विरोध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री का बचाव करते हुए कांग्रेस पर पलटवार किया। पीएम मोदी ने कहा कि अमित शाह ने कांग्रेस के “काले इतिहास” को उजागर किया है। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अगर अमित शाह इस्तीफा नहीं देते तो प्रधानमंत्री को आज रात 12 बजे तक उन्हें मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए।
“संविधान का अपमान सहन नहीं होगा” – राहुल गांधी
राहुल गांधी ने इस विवाद पर कहा कि देश संविधान निर्माता का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा और गृह मंत्री को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने भाजपा पर संविधान और अंबेडकर की विरासत को खत्म करने का भी आरोप लगाया। प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “अंबेडकर का नाम मानवीय गरिमा और दलितों-वंचितों के आत्मसम्मान का प्रतीक है। उनका अपमान अस्वीकार्य है।”
डिजिटल अरेस्ट व डिजिटल थाना की व्यवस्था पूरे विश्व में कहीं पर नहीं, फर्जी कॉल की पुलिस को दें सूचना : सीपी
वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी पुलिस व पिरामल फाइनेंस के संयुक्त दस दिवसीय साइबर फ्रॉड से सुरक्षा व साइबर जागरूकता कार्यक्रम का पुलिस कमिश्नर (सीपी ) मोहित अग्रवाल ने उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने साइबर फ्रॉड से बचने के टिप्स दिए. उन्होंने कहा कि जब आप लालच में पड़ते है, तभी साइबर फ्रॉड आपको निशाना बनाते है. उन्होंने कहा कि इस फ्रॉड से जनता को बचाने के लिए मीडिया की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है.
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा कि साइबर अपराध का डायनामिक स्वरूप उसे नयी-नयी विधाओं जैसे ओटीपी शेवरिंग, सेक्सटॉर्शन, इनवेस्टमेन्ट फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट आदि इसकी जटिलता को बढ़ाते हैं. जागरूकता ही साइबर धोखाधड़ी से होने वाले वित्तीय नुकसान और भावनात्मक संकट से बचाव की एक मजबूत नींव है. “Cyber Security Awareness Cell” निरन्तर शिक्षण संस्थाओं में साइबर जागरूकता अभियान चलाकर साइबर अपराधों के संबंध में जागरूक कर रही है.
इस तरह से करते है साइबर फ्रॉड –
इनवेस्टमेन्ट कर धन दो गुना करने या अधिक धन लाभ।
टास्क (लाइक, कमेन्ट, रिव्यू व रेटिंग आदि) देकर पैसा कमाने का लालच।
गेमिंग एप के जरिए अधिक धन प्राप्त करने का लालच ।
गैस, बिजली आदि बिलों का घर बैठे भुगतान में छूट देने का लालच।
तुरन्त कमाई का लालच देने वाले एप्स व ऑनलाइन फर्जी विज्ञापन के आधार पर- ऑनलाइन लोन देने का लालच
फर्जी पुलिस, सीबीआई, ईडी, आरबीआई, ट्राई, एयरपोर्ट अथॉरिटी, आईवी, कस्टम अधिकारी बन हाउस अरेस्ट की बात कहकर
सेक्सटॉर्शन के माध्यम से सोशल मीडिया के माध्यम से फोटो/वीडियो वारयल करने की धमकी देना
चाइल्ड पॉर्नोग्राफी देखने का झूठा आरोप लगाकर
पार्सल में नारकोटिक सामग्री की बरामदी की बात कहकर
अपने किसी नजदीकी परिजन / परिचित का दुर्घटना/अपराध में पकड़े जाने की बात कहकर
आमजन साइबर अवेयरनेस के माध्यम से वित्तीय फ्रॉड व भावनात्मक संकट से अपना व अपने परिजनों का बचाव कर सकते हैं-
डिजिटल अरेस्ट व डिजिटल थाना की व्यवस्था पूरे विश्व में कहीं पर नहीं है। अतः इस तरह की फर्जी कॉल पर भरोसा न करें। अनवेरिफाइड/अज्ञात लिंक/ स्रोतों से एप्स डाउनलोड करने से बचें। ऑनलाइन आकर्षक रिटर्न के ऑफर पर भरोसा न करें। कभी भी स्पैम इमेल का जवाब न दें या उसमें आये हुए लिंक पर क्लिक न करें।ऑनलाइन लोन से बचें। हमेशा आरवीआई द्वारा स्वीकृत एप्स व कम्पनियों को प्राथमिकता दें।मजबूत ई-मेल पासवर्ड का प्रयोग करें, उन्हें समय-समय पर बदलें।अन्जान नम्बरों से आये वीडियो कॉल को कत्तई न उठायें व अभद्र व अश्लील अनुरोध को स्वीकार न करें।ऑनलाइन शॉपिंग, इन्टरनेट बैंकिग, यूपीआई आदि जैसे वित्तीय लेन-देन के लिए किसी भी सार्वजनिक या वाई-फाई का प्रयोग न करें।ई-मेल, चैट या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक कम्यूनिकेशन के जरिए पासवर्ड व ओटीपी शेयर न करें।बैंकिग संवेदनशील साइटों के लिए Remember my password विकल्प कभी न चुनें।सोशल मीडिया पर अपनी निजी सूचना, फोटो और वीडियो सिर्फ भरोसेमंद लोगों के साथ शेयर करें। प्राइवेसी सेटिंग से खुद को करें सुरक्षित।➤ किसी भी साइबर अपराध की शिकायत के लिए https://cybercrime.gov.in पर अथवा साइबर हेल्प लाइन 1930 पर कॉल करें, अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन से भी सम्पर्क कर सकते है।
जुआ प्रकरण: विभागीय जांच में दोषी पाए गए निलंबित इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता, एक माह बाद भी गिरफ्तारी नहीं
वाराणसी, भदैनी मिरर। पहड़िया स्थित रुद्रा हाइट्स अपार्टमेन्ट (सारनाथ) में जुआ खेल रहे व्यापारियों से 41 लाख रुपए लूट कांड में पुलिस नामजद आरोपी इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता पर मेहरबान है. पुलिस ने सीएम के कथित ओएसडी और इंस्पेक्टर के दोस्त धर्मेंद्र को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन अपने ही विभाग के आरोपी इंस्पेक्टर को एक महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी.
उधर, पूरे प्रकरण की विभागीय जांच कर रहे आईपीएस अफसर एडीसीपी वरुणा जोन सरवणन टी ने अपनी रिपोर्ट पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल को सौंप दी है. रिपोर्ट में निलम्बित इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता दोषी पाया गया है. जांच रिपोर्ट के अनुसार निलंबित इंस्पेक्टर ने अपार्टमेंट में जुआ खेलने की सूचना अपने उच्चाधिकारियों को नहीं दी थी. वह सरकारी जीप से प्राइवेट आदमी को लेकर वह अपार्टमेंट में गया. रिपोर्ट में निलम्बित इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता को अनुशासनहीनता और कदाचार का दोषी पाया गया है.
बता दें, सात नवंबर की आधी रात निलंबित इंस्पेक्टर परमहंस गुप्ता अपने दोस्त धर्मेंद्र चौबे के साथ रुद्रा हाइट्स अपार्टमेन्ट में गया. जहां हाइप्रोफाइल जुआ खेल रहे व्यापारियों के कमरे में घुसा. आरोप है कि व्यापारियों को कड़ी कार्रवाई का भय दिखाकर 41 लाख रुपए बैग में भरकर चल दिए. इंस्पेक्टर के दोस्त ने खुद को गार्ड से सीएम का ओएसडी बताया. अपार्टमेंट से निकलने के दौरान वहां लगे सीसी कैमरे में दोनों की तस्वीर कैद हो गई थी.
फोटो और मामला सार्वजनिक होने से सीपी ने इसकी जांच कराई तो प्रथम दृष्टया मामला सही निकला. सारनाथ इंस्पेक्टर रहे परमहंस गुप्ता को निलंबित करने के साथ ही 14 नवंबर को नामजद प्राथमिकी करवाई गई. मामला सार्वजनिक हुआ और उसे उच्चाधिकारियों ने बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया तो वह नहीं आया. जांच में पुलिस का सहयोग भी नहीं किया. घटना के एक माह से ऊपर बीत जाने के बाद भी विवेचक इंस्पेक्टर को न तो गिरफ्तार कर पा रहे है और न ही गैर जमानत वारंट के लिए कोर्ट में अर्जी दी है.
UP सरकार ने 2025 की सरकारी छुट्टियों का किया ऐलान, देखें पूरी लिस्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2025 के लिए सार्वजनिक और निर्बंधित छुट्टियों की सूची जारी कर दी है। इस साल अधिकतर अवकाश वर्किंग डेज़ पर पड़ने वाले हैं। सरकार ने कुल 24 सार्वजनिक और 31 निर्बंधित अवकाश घोषित किए हैं।
जारी आदेश के अनुसार, यदि किसी दिन दो पर्व, त्योहार, या महापुरुषों की जयंती एक साथ पड़ती है, तो केवल एक ही छुट्टी दी जाएगी। यानी, एक दिन में दो अलग-अलग छुट्टियों का प्रावधान नहीं होगा।
2025 के प्रमुख सार्वजनिक अवकाश:
- 14 जनवरी (मंगलवार): हजरत अली जन्मदिवस
- 26 जनवरी: गणतंत्र दिवस
- 26 फरवरी: महाशिवरात्रि
- 13 मार्च: होलिका दहन
- 14 मार्च: होली
- 31 मार्च: ईद उल-फितर
- 6 अप्रैल: रामनवमी
- 10 अप्रैल: महावीर जयंती
- 14 अप्रैल: अंबेडकर जयंती
- 18 अप्रैल: गुड फ्राइडे
- 12 मई: बुद्ध पूर्णिमा
- 7 जून: बकरीद
- 6 जुलाई: मोहर्रम
- 9 अगस्त: रक्षाबंधन
- 15 अगस्त: स्वतंत्रता दिवस
- 16 अगस्त: जन्माष्टमी
- 5 सितंबर: ईद-ए-मिलाद
इसके अतिरिक्त, 1 अक्टूबर को दशहरा और गांधी जयंती, 20 अक्टूबर को दीपावली, 22 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा, 23 अक्टूबर को भैयादूज, 5 नवंबर को गुरुनानक जयंती और 25 दिसंबर को क्रिसमस के लिए छुट्टी होगी।
रविवार को पड़ने वाले अवकाश:
2025 में, गणतंत्र दिवस, रामनवमी और मोहर्रम जैसे त्योहार रविवार को पड़ेंगे। बाकी अवकाश कार्यदिवसों पर निर्धारित हैं।
2025 की निर्बंधित छुट्टियां:
निर्बंधित अवकाशों में 1 जनवरी (नया साल), 8 जनवरी (हजरत ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती का उर्स), 14 जनवरी (मकर संक्रांति), 2 फरवरी (बसंत पंचमी) और अन्य छुट्टियां शामिल हैं। इन छुट्टियों का निर्धारण स्थानीय चंद्र दर्शन के आधार पर होगा और राज्य सरकार के निर्देशों के तहत इन्हें लागू किया जाएगा।
जलकर एवं सीवरकर जमा नही करने वाले 102 घरों पर नगर निगम करेगी बड़ी कार्रवाई, काटेगा पेयजल कनेक्शन
वाराणसी,भदैनी मिरर। जलकर एवं सीवर कर जमा न करने पर जलकल विभाग, नगर निगम, वाराणसी द्वारा 102 भवनों का आज से पेयजल कनेक्शन एवं सीवर कनेक्शन बन्द करने जा रहा है। पिछले दिनों नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के द्वारा राजस्व वसूली की समीक्षा में जानकारी प्राप्त हुई कि शहर में कई ऐसे बड़े बकायेदार हैं, जिनके द्वारा जलकर एवं सीवरकर जमा नही किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में नगर आयुक्त के द्वारा सभी जोनो में बड़े बकायेदारों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये थे।
महाप्रबन्धक जलकल अनूप सिंह के द्वारा बताया कि नगर आयुक्त के द्वारा दिये गये निर्देश के अनुसार बड़े बकायेदारों को चिन्हित कर लिया गया है, जिसमें वर्तमान समय जलकल विभाग के सभी जोनो में कुल 102 बड़े बकायेदार चिन्हित किये गये हैं, जिन पर रु0 2.50 करोड़ का जलकर व सीवरकर का बकाया है। बकायेदारों में दक्षिणी जोन में कुल 22 भवनों पर रु0 55.70 लाख, जोन-4 में कुल 19 भवनों पर 66.73 लाख, मध्य जोन में कुल 36 भवनों पर रु0 75.50 लाख तथा उत्तरी जोन में कुल 25 भवनों पर रु0 51.76 लाख का जलकर एवं सीवर कर बकाया है।
इन सभी 102 भवन स्वामियों को अपना कर जमा करने हेतु जलकल विभाग द्वारा पूर्व में कई बार प्रयास किया गया तथा कर जमा न करने पर प्री0आर0सी0 नोटिस जारी की गयी थी, परन्तु इन भवन स्वामियों के द्वारा अपना जलकर एवं सीवरकर जमा नही किया गया। जलकर एवं सीवर कर जमा न करने के कारण जलकल विभाग के द्वारा इन सभी 102 भवनों का पेयजल कनेक्शन काटने एवं सीवर कनेक्शन को बंद करने की कार्यवाही आज से प्रारम्भ करने जा रहा है। कनेक्शन काटे जाने की कार्यवाही जोनल अधिशासी अभियंता एवं सहायक अभियंता के नेतृत्व में कल से कनेक्शन काटे जाने की कार्यवाही की जायेगी।
झारखंड से वाराणसी आए घुमंतू 3 मोबाइल चोर गिरफ्तार, चोरी के आईफोन समेत 7 मोबाइल फोन बरामद
वाराणसी, भदैनी मिरर। झारखंड से आकर वाराणसी में मोबाइल चोरी की फिराक में लगे 3 घुमंतू चोरों को चेतगंज पुलिस ने अरेस्ट किया है. तीनों के पास से पुलिस को आईफोन समेत महंगे 7 मोबाइल मिले है. तीनों में एक नाबालिग है. पुलिस ने सबका न्यायालय चालान कर दिया.
एसीपी चेतगंज ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक चेतगंज, नाटी इमली चौकी प्रभारी शुभेन्दु दीक्षित और दरोगा अभिषेक कुमार त्रिपाठी को मुखबिर से सूचना मिली कि अन्य राज्यों से मोबाइल चोरी करने वाले गैंग आए है. पुलिस ने तीनों को नमो घाट थाना आदमपुर से अरेस्ट किया. उनके पास से आईफोन समेत 7 मोबाइल फोन बरामद किए है. तीनों झारखंड के रहने वाले है. उनकी पहचान योगेन्द्र यादव निवासी नया बाजार (राजमहल) साहिबगंज, लाल साहब यादव निवासी ग्राम नया बाजार (राजमहल) साहिबगंज और तीसरा 15 वर्षीय नाबालिग है.
पुलिस पूछताछ में तीनों ने बताया कि वह ट्रेन पकड़कर बड़े शहरों मे आते हैं और सस्ता कोई होटल में रूम लेकर रूक जाते हैं. भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाकर लोगों का मोबाइल चोरी करते हैं और जब काफी मात्रा में मोबाइल चोरी कर लेते हैं तो फिर ट्रेन पकड़कर अपने राज्य चले जाते. जहां इन चोरी के मोबाइल को आने- जाने वाले लोंगों को सस्ते दामों पर बेच देते हैं. पुलिस तीनों का अपराधिक इतिहास खंगाल रही है. गिरफ्तारी में प्रशिक्षु दरोगा राहुल बरनवाल, कांस्टेबल किशन गौड़ की भी भूमिका रही.
पीएचसी रमना में लगा स्वास्थ्य जागरूकता शिविर: 150 लोगों का किया गया हेल्थ चेकअप
वाराणसी। एनसीडी सेक्रेटेरिएट के तत्वावधान में अतिरिक्त पीएचसी रमना में मधुमेह और उच्च रक्तचाप पर स्वास्थ्य जागरूकता एवं स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का नेतृत्व प्रोफेसर संगीता कंसल और प्रोफेसर आलोक कुमार ने किया। मुख्य अतिथि सीएमओ वाराणसी, डॉ. संदीप चौधरी ने गैर-संचारी रोगों से लड़ने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। विशिष्ट अतिथि, आईएमएस बीएचयू के डीन प्रोफेसर अशोक कुमार ने युवा डॉक्टरों को जनता के बीच सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर एनसीडी नोडल वाई.बी. पाठक और डॉ. अंजू भारती भी मौजूद थे।
विशेषज्ञों ने की जांच
शिविर में जनरल मेडिसिन विभाग, आईएमएस बीएचयू से अमर्त्य सेन और एंडोक्रिनोलॉजी विभाग से डॉ. सच्चम पांडे ने मरीजों का परीक्षण किया। आयोजन और संचालन की जिम्मेदारी डॉ. अर्चना पांडे और रमाकांत सिंह ने निभाई। वहीं, शिविर को सफल बनाने में सोनू, चंद्रकांत, संतोष, चंद्रशेखर, शुभम, आमिर, शिवांग, निशु और शालिनी ने सहयोग दिया।
शिविर के आंकड़े चिंताजनक
शिविर में कुल 150 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई। इनमें से 33% लोगों का रक्तचाप सामान्य से अधिक पाया गया, जबकि 23% में ब्लड शुगर सामान्य सीमा से अधिक था। 2% मरीजों में अत्यधिक रक्तचाप और शुगर के गंभीर मामले पाए गए।
स्वास्थ्य जागरूकता पर जोर
यह शिविर गैर-संचारी रोगों के बढ़ते खतरे को लेकर जागरूकता बढ़ाने का एक प्रयास था। आयोजकों ने नियमित जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की अपील की। शिविर ने काशीवासियों को स्वास्थ्य के प्रति सजग होने का संदेश दिया।
वाराणसी: छेड़खानी के विरोध में पीड़िता के घर घुसकर मारपीट के मामले में मिली अंतरिम जमानत
वाराणसी। छेड़खानी के मामले में शिकायत करने से नाराज होकर पीड़िता के घर में घुसकर मारपीट व तोड़फोड़ करने के मामले में आरोपित को राहत मिल गई। अपर जिला जज (सप्तम) विनोद कुमार की अदालत ने गंजारी, जंसा निवासी आरोपित आलोक सिंह को 25-25 हजार रुपए की दो जमानतें एवं बंधपत्र देने पर अंतरिम जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। साथ ही अदालत ने इस मामले में नियमित जमानत पर सुनवाई के लिए अगली तिथि 23 दिसंबर नियत कर दी। अदालत में बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता विकास सिंह, अमनदीप सिंह व अखिलेश सिंह ने पक्ष रखा।
अभियोजन पक्ष के अनुसार जंसा थाना क्षेत्र निवासिनी एक युवती ने जंसा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोप था कि 13 अक्टूबर 2024 को सुबह करीब 10:30 बजे पीड़िता अपने घर में थी। उसी दौरान गंजारी गांव निवासी विवेक सिंह प्रार्थिनी के घर आया और ट्यूबवेल की चाभी मांगने के लिए बुलाया। पिता के घर पर नहीं होने पर जब पीड़िता बाहर आई तो विवेक प्रार्थिनी के घर में घुस गया और उसके साथ छेड़खानी एवं अश्लील हरकत करने लगा। जिसपर प्रार्थना के कपड़े फट गए और वह किसी तरह उसके चंगुल से छुटकर वहां से भागी। इस बीच उसके पिता आ गए तो विवेक वहां से भाग गया। जिसके बाद प्रार्थिनी के पिता प्रधान अमित पटेल के घर गये और घटना की जानकारी दी। जिसके बाद प्रधान उसके पिता को लेकर विपक्षी के घर गए तो वहां वे लोग गालीगलौज करने लगे। साथ ही इस बात की रंजिश को लेकर विवेक रात करीब 8 बजे अखिलेश सिंह, मिथिलेश सिंह, सोनू सिंह, रवि सिंह, अमित सिंह, करिया सिंह, गद्दर सिंह, रामु सिंह, दिलीप सिंह, विशाल सिंह, त्रुशात सिंह, आलोक सिंह व मोनन सिंह के साथ मिलकर हॉकी, डंडा, चापड़ व तमंचा इत्यादि से लैस होकर गाली गलौज देते हुए प्रार्थिनी के घर में घुसकर तोड़-फोड़ व मारपीट किये। इस घटना में प्रार्थिनी के पिता रवि, सुनील पटेल, अनिकेत, अभिषेक, इन्द्रेश व राजेश को गम्भीर चोटे आया है। शोर सुनकर जब आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो सभी हमलावर जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से भाग गए।