वाराणसी, भदैनी मिरर। यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता अर्थात जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवताओं का वास होता है. नारियां साक्षात जगदम्बा की ही स्वरूप है. उक्त बातें अष्टभुजी मंदिर (शिवपुर) में चल रहे शिव महापुराण के षष्टम दिवस पर माता सती के जीवन का वर्णन के दौरान व्यास पीठ से कथावाचक बालव्यास आयुष कृष्ण नयन जी महाराज ने बताई.
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वाराणसी: मां ने स्कूल जाने के लिए डांटा तो बेटी ने लगा ली फांसी, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
वाराणसी, भदैनी मिरर। कैंट के अनौला में एक 17 वर्षीय किशोरी ने साड़ी का फंदा बनाकर पंखे के सहारे झूल गई. बाहर से जब बहन आई तो उसे पंखे के सहारे झुकता देख शोर मचाया. जिसके बाद परिजन जुटे. घटना की सूचना के बाद पहुंची स्थानीय पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाया.
जानकारी के अनुसार मनोज कुमार टोटो चालक है. वह अनौला में किराए का कमरा लेकर अपनी पत्नी, तीन बेटियां और एक बेटे के साथ रहता है. बड़ी बेटी प्रीति ग्रेजुएशन और उसकी छोटी बहन प्रिया पटेल 12वीं की छात्रा है. प्रिया पिछले कई दिनों से स्कूल जाना छोड़ दिया था. जब भी स्कूल जाने का समय होता तो वह कोई न कोई बहाना बना देती थी. जिसको लेकर मां ने प्रिया को डांटा. जिसके बाद दोनों में लड़ाई हो गई. मां पड़ोसी के घर चली गई और प्रीति अपने छोटे भाई के साथ मार्केट चली गई.
शाम लगभग 6 बजे जब प्रीति लौटी तो प्रिया साड़ी के सहारे फंदे पर झूल रही थी. प्रिया ने तत्काल इसकी सूचना पिता को दी. पिता मनोज कुमार कचहरी पर था. प्रिया ने घटना की जानकारी तत्काल पुलिस को भी दी. आनन फानन में पिता घर पहुंचा. उधर, पड़ोसियों के इकट्ठा होने पर परिजनों के सामने कमरे का दरवाजा तोड़ा गया. पहुंची पुलिस ने साक्ष्य संकलन करवाने के बाद शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
UP पुलिस के बेलगाम दरोगा ने अधिवक्ता को पीटा, डीसीपी ने किया निलंबित, दर्ज हुई एफआईआर
यूपी, भदैनी मिरर। इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस को निकले अधिवक्ता भोला सिंह के साथ मारपीट और धमकी देने वाले मनबढ़ चौकी प्रभारी नाका अतुल कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है. मारपीट का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कैसे एक अधिवक्ता संग पुलिसकर्मियों ने बदसलूकी की. अधिवक्ता की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.
थाना कर्नलगंज पर दिए गए तहरीर के अनुसार खोह कर्वी निवासी धीरेंद्र सिंह मंगलवार सुबह अपने वकालत के भेष-भूषा मे उच्च न्यायालय इलाहाबाद मे प्रैक्टिस के लिए निकले थे. जैसे ही अधिवक्ता धीरेंद्र सिंह हिन्दू हास्टल चौराहे पर पहुंचे, वहां तैनात चौकी प्रभारी नाका दरोगा अतुल कुमार ने रोककर भद्दी-भद्दी गालियाँ देते हुए बगल मे लगी हुई पिस्टल को निकालकर धमकी देने लगा. अधिवक्ता की तहरीर पर कर्नलगंज थाने में बीएनएस की धारा 109, 352 और 324 (4) के केस दर्ज कर लिया गया है.
दरोगा किया गया निलंबित
वर्ष 2019 बैच का दरोगा चौकी प्रभारी नाका अतुल कुमार सिंह का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, प्रारंभिक जांच करवाई गई. एसीपी कर्नलगंज की रिपोर्ट में अधिवक्ता के सभी आरोप सही पाए गए. जिसके बाद डीसीपी नगर अभिषेक भारती ने अतुल कुमार सिंह को तत्काल निलंबित करते हुए विभागीय जांच बैठा दी. इसके साथ ही दरोगा को बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ने पर रोक लगा दी है.
वाराणसी: ज्यादा किराया वसूली की शिकायत पर परिवहन विभाग ने चलाया अभियान, 26 ऑटो का काटा चालान
वाराणसी, भदैनी मिरर। महाकुंभ के दौरान प्रयागराज से जनता काशी दर्शन को पहुंच रही है. वाराणसी कमिश्नरेट की यातायात पुलिस ने बाहरी और भारी गाड़ियों को शहर के बाहर ही रोक रही है. जिसका फायदा उठाते हुए ऑटो और ई-रिक्शा यात्रियों से निर्धारित से ज्यादा किराया वसूल रहे है. परिवहन विभाग ने मंगलवार को भी अभियान चलाया.
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी श्याम लाल ने बताया कि ज्यादा किराया वसूली की शिकायत पर मंगलवार के चेकिंग अभियान में विभिन्न अभियोगों में कुल 26 ऑटो रिक्शा के चालान किए गए. उन्होंने कहा कि ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा चालक और स्वामी निर्धारित किराए से ज्यादा न वसूले. अन्यथा उनके वाहन के परमिट व लाइसेंस के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी. इस अभियान में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन सुधांशु रंजन , मिथलेश कुमार, राजकुमार व अखिलेश पांडे, यात्रीकर अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया.
वाराणसी: कज्जाकपुरा से नगर निगम से हटवाया झुग्गी- झोपड़ी, फोर्स रही मुस्तैद
वाराणसी, भदैनी मिरर। नगर निगम वाराणसी ने मंगलवार को कज्जाकपुरा से सफाई बस्ती वालों की झुग्गी-झोपड़ी को हटवाया. इस दौरान नगर निगम की जेसीबी ने सब मलवा भी हटवाया. इस दौरान आदमपुर पुलिस मुस्तैद रही.
नगर निगम ने बताया कि कज्जाकपुरा में ईपीसी मोड के अन्तर्गत यूनिटी मॉल नगर निगम वाराणसी की संपत्ति पर शासन द्वारा प्रस्तावित है. यूनिटी मॉल के निर्माण हेतु प्रस्तावित स्थल पर साफ सफाई एवं अवैध अतिक्रमण हटाए जाने थे, जहां पर कुछ सफाईकर्मियों के द्वारा अवैध रूप से निर्मित झुग्गी झोपड़ियों को भी हटाया जाना था.
नगर निगम वाराणसी के द्वारा पूर्व में अतिक्रमित व्यक्तियों को हटाने के लिए चार बार नोटिस जारी किया गया था, जिसके बाद सभी लोगों के द्वारा अपने सामानों को हटा लिया गया था सिर्फ दीवारें खड़ी थी जिसे आज नगर निगम के द्वारा ध्वस्त करते हुए मलवा हटाए जाने की कार्रवाई की गई. प्रस्तावित भूमि से अतिक्रमण हटाए जाने के संबंध में न्यायालय से स्थगन आदेश प्राप्त नहीं है.
वाराणसी। एपेक्स हॉस्पिटल कैंसर इंस्टीट्यूट वाराणसी द्वारा विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाना, इसके रोकथाम व समय पर निदान को प्रोत्साहित करने और युवाओं को इससे जुड़ी आवश्यक जानकारियों से सशक्त बनाने के उद्देश्य से कैंसर जागरूकता सत्र एवं एपेक्स वाराणसी एवं चुनार कॅम्पस की आयुर्वेद, फार्मेसी, नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, पैरामेडिकल चिकित्सीय शिक्षण संस्थानों के 7 कॉलेजों के छात्र-छात्राओं हेतु इंटर कॉलेज कैंसर क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि निदेशक, फ्रैक्चर क्लिनिक डॉ. नीशू अग्रवाल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर सत्र का शुभारंभ किया। एपेक्स हॉस्पिटल कैंसर इंस्टीट्यूट की निदेशिका डॉ अंकिता पटेल एवं क्लीनिकल ऑनकोलॉजिस्ट डॉ गौरव गोस्वामी ने कैंसर से जुड़े मिथकों को तोड़ते हुए इसके वास्तविक कारणों और बचाव के तरीकों और सबसे महत्वपूर्ण समय से सम्पूर्ण उपचार पर प्रकाश डाला। क्लिनिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. सुबूही जाफर के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं के लिया कैंसर क्विज़ प्रतियोगिता का संचालन किया, एपेक्स ट्रस्ट नर्सिंग कॉलेज, चुनार की टीम प्रथम विजेता और फिजियोथेरेपी कॉलेज, वाराणसी एवं आयुर्वेद कॉलेज चुनार क्रमशः दूसरे एवं तीसरे स्थान पर रही।
इस अवसर पर एपेक्स के चेयरमैन प्रो डॉ एस के सिंह ने संदेश दिया कि कैंसर की रोकथाम और इसके खिलाफ लड़ाई में समाज के हर व्यक्ति की एक अनोखी भूमिका होती है चाहे वह डॉक्टर हो, छात्र हो, रोगी हो या परिवार का सदस्य सभी मिलकर कैंसर को हराने की इस लड़ाई को मजबूत बना सकते हैं।
गाजीपुर पुलिस लाइन की इमारत से गिरकर सिपाही की संदिग्ध परिस्थिति में मौत, पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल, बोली- चार दिन पहले…
गाजीपुर पुलिस लाइन में तैनात करंडा थाने के सिपाही विजय प्रताप दुबे (37) की संदिग्ध परिस्थितियों में तीसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई। इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा और अन्य अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि **सिपाही बिल्डिंग से कैसे गिरा। चर्चा है कि वह मोबाइल पर बात करते समय असंतुलित होकर नीचे गिर गया।
मीरजापुर जिले के कछवा रोड, भैसहां गांव निवासी विजय प्रताप दुबे उत्तर प्रदेश पुलिस में 2011 में भर्ती हुए थे। उनके पिता विजय शंकर दुबे की 2010 में ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद विजय ने अनुकंपा के तहत पुलिस विभाग जॉइन किया था। वह मंगलवार रात करीब 10 बजे पुलिस लाइन स्थित बैरक में थे, तभी अचानक तीसरी मंजिल से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
अन्य पुलिसकर्मियों ने तुरंत उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस अधिकारियों की सूचना पर परिवार के सदस्य रात करीब 12:30 बजे अस्पताल पहुंचे।
हाल ही में बदला था कमरा
पुलिसकर्मियों के अनुसार, विजय प्रताप पहले एक अन्य कमरे में रहते थे, लेकिन तीन दिन पहले किसी कारणवश उन्होंने कमरा बदल लिया था। हादसे की रात वह तीसरी मंजिल पर क्यों गए और कैसे गिर गए, इस पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। घटना के बाद जोरदार आवाज सुनकर अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे।
सिपाही विजय प्रताप के माता-पिता और एक भाई पहले ही इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। उनके परिवार में अब केवल बड़े भाई सुरेंद्र नाथ दुबे और रामकुमार बचे हैं। सबसे छोटे भाई की मौत से परिवार में कोहराम मच गया।
पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल
विजय प्रताप दुबे अपने पीछे पत्नी सविता और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं। उनकी सबसे बड़ी बेटी गरिमा (16), दूसरी बेटी ऋतिका (12) और सबसे छोटा बेटा देव (8) है। जब बच्चों को पिता की मौत की खबर मिली, तो वे फूट-फूटकर रोने लगे।
चार दिन पहले हंसते-हंसते विदा किया, अब मातम में डूबी पत्नी
चार दिन पहले सविता ने पति को हंसते-हंसते ड्यूटी पर भेजा था लेकिन उन्हें क्या पता था कि यह उनकी आखिरी मुलाकात होगी। देर रात जब पति की मौत की खबर मिली, तो वह अस्पताल पहुंचते ही दहाड़ें मारकर रोने लगीं। परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें गांव भेज दिया।
छुट्टी से लौटकर आए थे ड्यूटी पर
विजय प्रताप दुबे जनवरी में छुट्टी पर गए थे और एक फरवरी को ड्यूटी पर लौटे थे। इस दौरान उनकी पत्नी से कई बार बातचीत हुई, लेकिन उन्होंने कभी किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया। हालांकि, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह हादसा था या इसके पीछे कोई और वजह।
UP: रिश्वत लेने के आरोप में मथुरा की डीपीआरओ ट्रैप, प्रधान ने की थी शिकायत
यूपी, भदैनी मिरर। मथुरा की डीपीआरओ किरण चौधरी को रिश्वत लेने के आरोप में विजलेंस टीम ने ट्रैप किया है. यह कार्यवाही लखनऊ की टीम ने किया है. विजलेंस की कार्रवाई से हड़कंप मच हुआ है. महिला पीसीएस अधिकारी किरण चौधरी को उनके हाईवे स्थित इंद्रप्रस्थ आवास से एंटी करप्शन टीम अपने साथ लखनऊ ले गई.
विजलेंस टीम के डीजी राजीव कृष्ण के मुताबिक DPRO किरण चौधरी को लेकर एक ग्राम प्रधान ने शिकायत की थी. जिसमें कहा गया था कि वह काम करने के एवज में 70 हजार रुपये की रिश्वत मांग रही हैं. विजिलेंस टीम ने छापेमारी का ग्राफ तैयार किया. एसपी विजिलेंस बबिता सिंह की टीम DPRO के घर पहुंची. इस दौरान जैसे ही फरियादी ने किरण चौधरी को 70 हजार रुपए पकड़ाए, विजिलेंस टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया. टीम 4 कारों के जरिए किरण चौधरी के घर पहुंची. कार में करीब 4-5 महिला अधिकारी मौजूद थीं, साथ में अन्य अधिकारी भी थे.
छापेमारी के दौरान किरण चौधरी का मोबाइल फोन जमा करा लिया गया. बंद कमरे में महिला अधिकारियों ने मथुरा डीपीआरओ से करीब 30-45 मिनट तक पूछताछ की. बताया जा रहा है कि डीपीआरओ ने अपने चालक के माध्यम से रिश्वत ली थी. टीम उसके बाद राजीव भवन कार्यालय पहुंचकर संबंधित ग्राम प्रधान के विकास कार्यों की पत्रावलियां देखी.
संसद में अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा: लगाई सवालों की झड़ी, बोले लोग पुण्य कमाने आए थे अपनों का शव लेकर गए
दिल्ली, भदैनी मिरर। लोकसभा में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर स्पीच दी. उन्होंने यूपी सरकार को जमकर घेरा. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, “सरकार लगातार बजट के आंकड़े दे रही है, लेकिन महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े भी दे. मैं मांग करता हूं कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर स्पष्टीकरण के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए. महाकुंभ आपदा प्रबंधन और खोया-पाया केंद्र की जिम्मेदारी सेना को दी जाए. महाकुंभ हादसे में हुई मौतों, घायलों के इलाज, दवाइयों, डॉक्टरों, भोजन, पानी, परिवहन की उपलब्धता के आंकड़े संसद में पेश किए जाएं. महाकुंभ त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई हो और सच्चाई छिपाने वालों को सजा मिले. हम डबल इंजन की सरकार से पूछते हैं कि अगर कोई गलती नहीं थी तो आंकड़े क्यों दबाए गए, छिपाए गए और मिटाए गए?
17 घंटे बाद स्वीकारा
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त नहीं की. जब देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त की तो 17 घंटे बाद (राज्य) सरकार ने इसे स्वीकार किया. ये वो लोग हैं जो आज भी सच्चाई को स्वीकार नहीं कर सकते.”अखिलेश यादव ने आगे कहा कि “…पुण्य कमाने आए लोग शव लेकर गए, सरकार ने हादसे के आंकड़ों को छिपाया, आंकड़े दबाए, छिपाए और बुलडोजर से मिटाए गए. हादसे के दिन शाही स्नान समय पर नहीं हुआ. सनातन की आदि काल की परम्परा टूटी. लाशे पड़ी थी और हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए.”
इंजन ही नहीं डिब्बे भी टकराने लगे है
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अपने भाषण में कहा कि”…मुझे याद है, उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टमेंट मीट का सबसे बड़ा आयोजन हुआ था. इन्वेस्टमेंट मीट में न सिर्फ़ निवेशकों को बुलाया गया, बल्कि डिफेंस एक्सपो के भी कई कार्यक्रम हुए. आश्वासन दिए गए कि 40 लाख करोड़ के एमओयू हो रहे हैं. मैं इस डबल इंजन वाली सरकार से जानना चाहता हूं कि 40 लाख करोड़ के जो एमओयू हुए हैं, उनमें से कितने को ये सरकार ज़मीन पर उतार पाई है? क्या ऐसा नहीं है कि सरकार के डबल इंजन आपस में टकरा रहे हैं? अब तो खबरें पढ़ने को मिल रही हैं कि सिर्फ़ इंजन ही नहीं टकरा रहे, डिब्बे भी टकराने लगे हैं.”
वाराणसी : व्यापारी से मारपीट करना सिपाही को पड़ा महंगा, डीसीपी ने किया निलंबित
वाराणसी, भदैनी मिरर। व्यापारी से दुर्व्यवहार और मारपीट करना लंका थाने के सिपाही को भरी पड़ा. व्यापारी की शिकायत पर मनबढ़ सिपाही विमल कुमार को डीसीपी काशी जोन गौरव वंशवाल ने निलंबित कर विभागीय जांच बैठा दी है. इसके साथ ही उन्होंने जोन के सभी पुलिसकर्मियों को हिदायत दी है कि कोई भी पुलिसकर्मी अगर जनता से दुर्व्यवहार करेगा तो संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने निर्देश दिया है कि पुलिस जनता से शालीन व्यवहार करें.
बता दें कि रामनगर निवासी व्यापारी रविशंकर वर्मा ने बताया कि वह अपने बच्चों और बड़ी बहन के साथ सिर से डाफी हाईवे की ओर बढ़ रहे थे. इस दौरान उनके कार की स्पीड लगभग 5 किलोमीटर प्रति घंटा रही. बैरियर के पास तैनात सिपाही विमल कुमार को कार का हल्का सा साइड मिरर टच हो गया. इसके बाद तो सिपाही ने अपना आपा ही खो दिया. पीड़ित व्यापारी का आरोप है कि पहले सिपाही ने कार सवार महिलाओं को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए अनाप-शनाप बकना शुरु किया. उसके बाद व्यापारी रवि शंकर वर्मा को गाड़ी से निकालकर पुलिस चौकी पर ले गए. जहां उनकी पुलिसकर्मी ने धुनाई की.
कैमरे चेक करने की लगाता रहा गुहार
जनता से लगातार दुर्व्यवहार करने वाले बेलगाम पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई न होने से वह पुलिस विभाग की साख मिट्टी में मिला रहे है. पीड़ित व्यापारी ने वीडियो जारी कर बताया कि वह चौकी पर चिल्लाते रहे कि सीसीटीवी कैमरे निकलवाकर चेक कर लें. कार का साइड मिरर मात्र केवल टच हुआ है. लेकिन पुलिसकर्मी ने एक नहीं सुनी. पीड़ित व्यापारी ने सिपाही के खिलाफ पुलिस आयुक्त से शिकायत की है. वहीं सिपाही विमल कुमार लंका थाने के साइबर हेल्प डेस्क पर तैनात है, महाकुंभ पर उसकी ड्यूटी आपरेशन चक्रव्यूह के तहत चेकिंग में लगी थी.
पिटाई से आई है चोटें
पीड़ित व्यापारी ने बताया कि पुलिसकर्मी की पिटाई से उनके चोटे आई है. जब वह चौकी से निकले तो उनकी शरीर में काफी तकलीफ थी. सिर में तेज दर्द था. चौकी से निकलने के बाद पास के एक अस्पताल में उन्होंने मेडिकल करवाया. व्यापारी का कहना है कि पुलिस का ऐसा ही रवैया रहा तो कोई बनारस घूमने क्यों आएगा. उन्होंने कहा कि घटना की जांच कर दोषी पुलिसकर्मी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.