वाराणसी, भदैनी मिरर। काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ के विवाहोत्सव पर निकलने वाली शिव बारात 43 सालों में पहली बार महाशिवरात्रि को न निकलकर अगले दिन यानी 27 फरवरी को निकलेगी. यह निर्णय महाकुंभ-2025 के उलट प्रवाह को देखते हुए लिया गया है. यह जानकारी लक्सा स्थित मारवाड़ी भवन में आयोजित पत्रकारवार्ता में शिव बारात समिति के संस्थापक दिलीप सिंह, संरक्षक और उद्यमी आरके चौधरी, अध्यक्ष सीए गौरव अग्रवाल ने दी.
बताया कि इस बार शिव बारात की थीम महाकुंभ है. सात समंदर पार से भी बाराती शामिल होंगे. बाबा के बारात में अद्भुत छटा देखने को मिलेगी. उन्होंने बताया कि महाकुंभ को लेकर काशी में भीड़ बढ़ी है. प्रशासन की अपील पर जनहित में 43वें शिव बारात की तारीख एक दिन आगे बढ़ा दी गई है. ऐसा पहली बार हुआ है.
उन्होंने बताया कि हर बार बारात महाशिवरात्रि पर ही निकाली जाती रही. दिलीप सिंह ने बताया की बारात परंपरागत तरीके से ही निकाली जाएगी. शिव बारात 27 फरवरी थी शाम 7 बजे महामृत्युंजय मंदिर दारानगर से गाजे-बाजे के साथ निकलकर मैदागिन, बुलानाला, चौक, बांसफाटक, काशी विश्वनाथ धाम, गोदौलिया होते हुए चितरंजन पार्क पहुंचेगी.
