वाराणसी। नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल सुष्मिता सिंह द्वारा 13 जनवरी को ट्रेन के सामने कूद कर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। इस घटना को लेकर 19 जनवरी को सुष्मिता के ससुर, दशरथ सिंह ने नर्सिंग कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. आनंद कुमार पांडेय के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए शिवपुर थाने में तहरीर दी।


दशरथ सिंह ने पुलिस में दी तहरीर में बताया कि सुष्मिता के निधन के बाद परिवार के लोग उसके पैतृक घर चन्दवक गए थे। 19 जनवरी को लौटकर जब उन्होंने बहू के फ्लैट की तलाशी ली, तो दो पन्नों का एक सुसाइड नोट मिला। इस नोट में सुष्मिता ने आरोप लगाया कि डॉ. आनंद कुमार पांडेय ने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और गलत तरीके से दबाव बनाया, जिसके चलते वह मानसिक तनाव का शिकार हो गई।


दशरथ सिंह ने कहा कि डायरेक्टर के अत्यधिक दबाव के कारण सुष्मिता आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सुसाइड नोट से यह स्पष्ट होता है कि डॉ. आनंद कुमार पांडेय इस मौत में पूरी तरह से संलिप्त हैं।



शिवपुर पुलिस ने तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच जारी है।


गौरतलब है कि सुष्मिता सिंह बाबतपुर स्थित एक नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल थीं और शिवपुरी के चंदा ग्रीन कॉलोनी में अपने 8 वर्षीय बेटी के साथ किराए के फ्लैट में रहती थीं। सुष्मिता की आत्महत्या के बाद पुलिस को घटनास्थल से दो मोबाइल फोन भी बरामद हुए थे। मृतका के ससुर पहले ही इस मामले में डायरेक्टर पर आरोप लगा रहे थे।
