वाराणसी,भदैनी मिरर। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में पीएचडी प्रवेश नियमावली को लेकर छात्रों का आंदोलन जारी है. मंगलवार को भी छात्रों ने कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन के विदाई के बाद सेन्ट्रल ऑफिस पहुंचकर तालाबंदी कर दी. उनका कहना है कि पिछले तीन साल से पीएचडी प्रवेश को लेकर अनियमितता हो रही है. हमारी मांग है कि बीएचयू पीएचडी में 70 फीसदी थियरी और 30 प्रतिशत साक्षात्कार को शामिल किया जाये.
तालाबंदी करने वाले छात्र दिव्यांश दुबे ने बताया कि हम पहले भी अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत थे, तब हमें आश्वासन दिया गया कि आपकी मांगों पर विचार होगा लेकिन पिछले तीन साल से कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन ने हम छात्रों को दिगभ्रमित किया है. मांग के बाद कुलपति ने विश्वविद्यालय में पीएचडी का नोटिफिकेशन निकालकर फरार हो गए है. उनका कहना है कि वर्तमान पीएचडी परीक्षा नियमावली दोषपूर्ण है. वर्तमान नियमावली के हिसाब से केवल जेआरएफ पास छात्रों का प्रवेश संभव हो पायेगा. यूजीसी नेट और केटेगरी 3 (क्वालिफाइड फ़ॉर पीएचडी) के लिये चयनित अभ्यर्थी नामांकन से वंचित रह जायेंगे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएचडी प्रवेश की नयी नियमावली विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी किया गया है एवं विश्वविद्यालयों से यह अनुरोध किया गया है कि इस नियमावली के तहत पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया को पूरा किया जाए. जबकि छात्रों का कहना है कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एक स्वायत्तशासी विश्वविद्यालय है जो अपने नियमों को बनाने के लिए स्वतंत्र है ऐसे में विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ प्रवेश प्रक्रिया में भेदभाव को बर्दाश्त नही किया जाएगा. छात्रों का कहना है कि यदि आगे आने वाले दिनों में हमारी मांगों को गंभीरतापूर्ण विचार नहीं किया जायेगा तो हम बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे. हमारी मांगे जायज है और हम संघर्ष करते रहेंगे.