वाराणसी, भदैनी मिरर। गुप्त नवरात्रि पर प्राचीन मां अष्टभुजी मंदिर (शिवपुर) में गुरुवार से शिव महापुराण कथा आरम्भ हो गई. इसके साथ ही 9 दिवसीय शत चंडी यज्ञ भी शुरु हो गया. कथा और यज्ञ शुरु होने से पहले मंदिर प्रांगण में भगवान प्रथमेश का आव्हान किया गया. उसके पश्चात नवग्रह का बेदी बनाकर विधि विधान के साथ पूजन हुआ.





धूमधाम से निकली कलश यात्रा
मंदिर प्रांगण में मां शतचंडी का पूजन कर आव्हान किया गया, उसके बाद मंत्रोच्चार से भगवती, शिव और गजानन से कार्यक्रम के सफलता की प्रार्थना की गई. उसके बाद महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली. कलश यात्रा में सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष व बच्चे शामिल हुए. इस भव्य कलश यात्रा मां अष्टभुजी मंदिर के प्रांगण से प्रारंभ होकर शिवपुर रेलवे क्रासिंग से पंचकोशी मार्ग होते हुए थाना शिवपुर बाजार होते हुए, गिलटबाजार से पंचकोशी मार्ग होते हुए लालजी कुआ, मां अष्टभुजी मंदिर के प्रांगण में विश्राम लिया.

व्यवस्था स्थापित करने में करें सहयोग

भदैनी मिरर से खास बातचीत में शिव महापुराण कथा श्रवण करवाने पहुंचे उत्तरकाशी उत्तराखण्ड से बाल व्यास पंडित आयुष कृष्ण नयन जी महाराज ने महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि सरकार ने व्यवस्था अच्छी की है. मुख्यमंत्री भी पूरे प्रयास में लगे हुए हैं तो हम लोगों को भी आवश्यकता है थोड़ा धैर्य रखने की. घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि जनता थोड़ा धैर्य बना कर रखें. सभी को स्नान का फल मिलेगा, तो आप सभी धैर्य बना के रखें और सरकार के साथ समर्थन में रहें, और व्यस्था को बिगड़ने में नहीं उसको स्थापित करने में सहयोग दें.




