वाराणसी, भदैनी मिरर। आत्मनिर्भर भारत की एक नई मिसाल पेश करते हुए, वाराणसी केशवपुर स्थित सेंट्रल जेल के सजायाफ्ता कैदी जल्द ही अपना पेट्रोल पंप संचालित करेंगे। यह अनूठी पहल प्रदेश में कारागार सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सेंट्रल जेल प्रशासन ने जेल के सामने जमीन चिह्नित की है और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) से बातचीत की है।


कारागार प्रशासन की योजना
सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक राधा कृष्ण मिश्रा ने बताया कि पेट्रोल पंप के संचालन के लिए प्रस्ताव लखनऊ स्थित मुख्यालय भेजा गया है। उम्मीद है कि शासन स्तर से हरी झंडी मिलते ही पेट्रोल पंप के निर्माण कार्य की शुरुआत हो जाएगी।

कैदियों की सुरक्षा और वेतन:

कैदियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेंट्रल जेल द्वारा पूरी व्यवस्था की जाएगी, ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो। इस कार्य में शामिल होने वाले कैदियों को उचित वेतन प्रदान किया जाएगा और यह राशि उनके परिवार को भेजी जाएगी, जिससे कैदियों के बच्चे पढ़-लिखकर आगे बढ़ सकें और उनके परिवार भी मजबूत हो सकें।



यह पहल कैदियों के जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल कैदियों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा, बल्कि उनके परिवारों को भी आर्थिक सहायता प्राप्त होगी।


सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक राधा कृष्ण मिश्रा ने कहा, “यह पहल कैदियों के जीवन स्तर को सुधारने और उन्हें समाज का सशक्त सदस्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम उम्मीद करते हैं कि शासन स्तर से हरी झंडी मिलते ही इस योजना को शीघ्र लागू किया जाएगा।”
