यूपी, भदैनी मिरर। वृंदावन के संत स्वामी प्रेमानंद जी के चाहने वालों के लिए खुशखबरी है. बृजवासियों के अनुरोध पर स्वामी प्रेमानंद जी महाराज ने रात्रि पदयात्रा को पुनः शुरु करने का आश्वासन दिया है. एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष के बाद बृजवासी सोमवार को महराज जी के राधा केली कुंज आश्रम पहुंचे.
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बृजवासियों के अनुरोध पर स्वामी प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि देखो हमारा कार्य है सबको सुख देना. हम किसी को दुख नहीं दे सकते. लाखों लोग बाहर के आते हैं, कोई कीर्तन कर रहा है कोई नाच रहा है हमें तो लगता है कि यह धाम के लिए तो महोत्सव है पर अगर किसी को दुख लगे तो हम सब बंद कर सकते हैं. हम दुख देने के लिए नहीं, हम सबको सुख देने के लिए है. वैसे भी बृजवासी हमारे आराध्य देव है.
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बृजवासी 1 – हमारा एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के बगल में मेरा निजी आवास है, इतने भक्त कई राज्यों से आए उन्हें दर्शन नहीं मिले वह बहुत निराश थे. प्रेमानंद जी तो हम बृजवासियों के धरोहर है. वृज संतों की नगरी है, यहां संकीर्तन तो होगा, भजन संध्या भी होगी. जो संतों का विरोध करे वह बृजवासी हो ही नहीं सकता.
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बृजवासी 2 – वह बृजवासी हो ही नहीं सकता तो संतों का विरोध कर रहा है. अब जो संतों का विरोध कर रहा है वह बृजवासी कैसे हो सकता है आप बताइए!
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स्वामी प्रेमानंद जी – हम तो उनको भी नमस्कार करते है, प्रणाम करते है.
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बृजवासी – हमारा मकसद है लोगों को सुख देना. आपके पदयात्रा न होने से लाखों लोगों को दुख पहुंच रहा है.
स्वामी प्रेमानंद जी -हा यह बात सत्य है, हमारा मकसद सुख पहुंचाना होना चाहिए.
बृजवासी – महराज जी 70 वर्ष से लेकर बच्चे तक राधा नाम पर झूम रहे है. नाच रहे है. जो माहौल वृन्दावन का बनकर आया है आयु में बड़े लोग हम बृजवासियों को प्रणाम कर रहे है. हमें शर्मिंदा कर रहे है.
स्वामी प्रेमानंद जी – हम भी उन भक्तों के ऋणी है, जो रात 12 बजे से रात 3 बजे तक इतनी सर्दी में भी मात्र दर्शन के लिए खड़े है.
बृजवासी – बाबा आपने बहुत कुछ दियो है, पहिले आपने आदत डाल दी अब बहिया न मोड़ो. ऐसा नशा चढ़ा दियो अब उसके बगैर रह नहीं सकते.
स्वामी प्रेमानंद जी महाराज: आप बृजवासियों का आना ही काफी है. कल से शुरु करते है. कल ठीक 1-2 बजे गेट से निकल पड़ेंगे.
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