अपने हमनाम की जमीन को अपना बताकर बेच दिया, करोड़ों लेकर हुआ फरार, एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
राजस्थान के अलवर जिले का रहनेवाला है गुरूदीप, पुलिस प्रशासन ने रखा था 50 हजार का इनाम

गौतमबुद्धनगर के जेवर थाना क्षेत्र मे तीन दोस्तों के साथ मिलकर किया था फर्जीवाड़ा
गौतमबुद्धनगर। दूसरे की जमीन की कूटरचित दस्तावेजों के जरिए बेचकर करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले और 50 हजार के इनामिया गुरदीप को एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। उसने अपने हमनाम की कृषि योग्य जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेचकर करोड़ों की ठगी कर चुका था। इसमें उसके तीन दोस्त भी शामिल हैं। गुरदीप गौतमबुद्धनगर जिले के जेवर थाने में इसी मामले में दर्ज 420, 467, 468, 471, 120बी, 34 के मुकदमें में वांछित था। गुरदीप राजस्थान के अलवर जिले के टपकडा थाना क्षेत्र के बाढन की ढानी खोहरी कलां का निवासी है। एसटीएफ ने उसे भिवाड़ी जिले के चोपानकी थाना क्षेत्र के टीपीएस कम्पनी के पास से पकड़ा है।



एसटीएफ गौतमबुद्धनगर की टीम को मुखबिर से पता चला कि गौतमबुद्धनगर जिले के थाना जेवर का वांछित आरोपित गुरदीप कहीं जाने की फिराक में टीपीएस कम्पनी के पास मौजूद है। इस पर टीम वहां पहुंची और गुरदीप को गिरफ्तार कर लिया। गुरदीप को गिरफ्तार कर थाना चौपानकी, जनपद भिवाडी राजस्थान पर लाया गया। वहां उसकी प्रविष्टि अंकित कराने के बाद थाना जेवर, गौतमबुद्धनगर लाकर दाखिल किया गया।

35 वर्षीय गुरदीप ने पूछताछ में बताया कि वह कक्षा 09 पास है और मूलरूप से अलवर राजस्थान का रहने वाला है। उसने अपने साथी हरियाणा, पलवल के रेता गांव के मंगत सिंह, हरियाणा के ही सारेखुर्द के जसविन्दर सिंह और हरियाणा के फुम्मन सिंह के साथ मिलकर जमीन के असली स्वामी गुरदीप सिंह पुत्र सरदार सिंह निवासी दिल्ली के नाम से कूटरचित दस्तावेजों का प्रयोग किया। उनकी जेवर, गौतमबुद्धनगर क्षेत्र में स्थित कृषि भूमि को कई लोगों के नाम पर फर्जी रजिस्ट्री कर करोड़ों की ठगी की गयी थी। इस कारनामे की रिपोर्ट जेवर थाने में दर्ज है। गुरदीप इससे पहले भी गौतमबुद्धनगर और राजस्थान के चोपानकी थाने से धोखाधड़ी और आबकारी एक्ट में जेल जा चुका है।



