आंध्र प्रदेश के काशीबुग्गा मंदिर में भगदड़, 10 श्रद्धालुओं की मौत और कई घायल
एकादशी के दिन दर्शन के लिए उमड़ी थी भीड़, पीएम ने जताया दुःख

मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार सहायता राशि की घोषणा
भगदड़ में बहाने पूर्व मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने साधा सीएम चंद्रबाबू नायड पर निशाना
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम स्थित काशीबुग्गा मंदिर में शनिवार को भगदड़ के दौरान 10 लोगों की मौत हो गई। कई लोग घायल हैं। आज एकादशी के दिन काशीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी थी। इसी दौरान भगदड़ मच गई। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस त्रासदी पर दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धालुओं की मौत को “हृदय विदारक“ बताया। एन चंद्रबाबू नायडू ने एक्स पर पोस्ट में कहाकि श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर में हुई भगदड़ से मुझे बहुत दुख हुआ। यह बहुत दुखद है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई। मैं पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं। बताते हैं कि भगदड़ सुबह करीब 11.30 बजे हुई। इसमें कम से कम 10 लोगों के मौत की खबर है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई।



इस घटना पर पीएम मोदी ने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया और मुआवजे का एलान किया है। पीएम ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ की घटना से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि घायल श्रद्धालु जल्द स्वस्थ हों। प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी। उधर, राज्यपाल एस. अब्दुल नजीर ने भी हादसे पर गहरा दुख और संवेदना व्यक्त की है।

राज्यपाल ने कहा कि यह अत्यंत दुखद और हृदयविदारक घटना है। गृहमंत्री अमित शाह ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने भी वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ की घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। तिरुपति में वैकुंठ एकादशी के दौरान छह श्रद्धालुओं की मौत हुई थी और सिंहाचलम मंदिर में सात लोगों की जान गई थी। बार-बार हो रही इन त्रासदियों के बावजूद सरकार ने उचित सावधानियां नहीं बरतीं और चंद्रबाबू नायडू प्रशासन की घोर लापरवाही उजागर हुई है। जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि निर्दोष लोगों की बार-बार हो रही मौतें सरकार की अक्षमता को दर्शाती हैं और ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है।



