प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम तट पर श्रद्धालुओं का भारी सैलाब उमड़ा। इसी बीच, सुबह-सुबह संगम नोज पर भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।


भगदड़ को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने इस घटना को लेकर बयान जारी किया। उन्होंने बताया कि रात 1 से 2 बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेडिंग की गई थी। इसी दौरान कुछ श्रद्धालु बैरिकेड्स को पार करने की कोशिश में गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घायलों को अस्पताल पहुंचाया। कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।


मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि मंगलवार को ही साढ़े 5 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया और अभी भी 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में मौजूद हैं। संगम तट पर जाने के लिए श्रद्धालुओं का दबाव बना हुआ है, जिससे प्रशासन लगातार सतर्क बना हुआ है।



प्रधानमंत्री और गृह मंत्री लगातार ले रहे अपडेट
सीएम योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को लेकर चार बार फोन कर स्थिति का जायजा लिया। इसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी घटना पर नजर बनाए हुए हैं। लखनऊ में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें डीजीपी, मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं।


अखाड़ा परिषद का निर्णय: पहले श्रद्धालु फिर संत करेंगे स्नान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि संतों के साथ बैठक हुई, जिसमें उन्होंने सहमति जताई कि पहले श्रद्धालु स्नान कर लेंगे, उसके बाद ही अखाड़ों का शाही स्नान होगा। इससे भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। आज सुबह 8:30 बजे तक 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके हैं।

अफवाहों से बचें, अस्थायी घाटों पर करें स्नान
सीएम योगी ने जनता से अपील की कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और संयम बनाए रखें। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा के लिए प्रशासन पूरी तत्परता से जुटा है। साथ ही, श्रद्धालुओं को यह सलाह दी गई है कि वे केवल संगम नोज की ओर जाने के बजाय 15-20 किलोमीटर के दायरे में बनाए गए अस्थायी घाटों पर भी स्नान कर सकते हैं।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर किए गए थे कड़े इंतजाम
मौनी अमावस्या के दिन करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले से ही सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के सख्त इंतजाम किए थे। सरकार ने पहले ही एक एडवाइजरी जारी कर सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया था कि वे अन्य घाटों को भी संगम के समान मानें और किसी भी अफवाह से बचें।
अब तक 17 दिनों में 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में आ चुके हैं ,जबकि अकेले मंगलवार को 5 करोड़ से अधिक लोगों ने संगम में स्नान किया। प्रशासन हालात पर पूरी नजर रखे हुए है और स्थिति नियंत्रण में बनी हुई है।
श्रद्धालुओं से अपील: संयम बनाए रखें, अफवाहों से बचें और सुरक्षित रूप से स्नान करें।