वाराणसी I महाकुंभ की तैयारी अब अंतिम दौर में है, और प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को इस महापर्व का औपचारिक शुभारंभ करेंगे। इसके बाद लाखों श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल होंगे। इस वर्ष कुंभ को फूलों से सजाने की योजना बनाई गई है, जिसमें काशी के फूल प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। काशी के फूलों से महाकुंभ का हर कोना महक उठेगा।
योगी सरकार ने महाकुंभ के आयोजन के लिए सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं, जिसमें श्रद्धालुओं की सुविधाओं का खास ध्यान रखा गया है। वहीं, पूरे प्रयागराज को फूलों से सजाने का काम चल रहा है। महाकुंभ के दौरान फूलों की महक से वातावरण और भी आकर्षक हो जाएगा। प्रयागराज की सड़कों से लेकर कुंभ परिसर तक दस लाख पौधे लगाए जाएंगे और फूलों से ‘महाकुंभ’ शब्द का डिज़ाइन भी सजाया जाएगा, जो लोगों का ध्यान आकर्षित करेगा।
इस कार्य का जिम्मा काशी के फूलों के किसान उठा रहे हैं। राज्य सरकार ने मंडूआडीह स्थित नर्सरी को यह कार्य सौंपा है। नर्सरी ने प्रयागराज में देशाटन गेट से लेकर गमलों की सजावट की शुरुआत कर दी है। कुंभ में 50 से ज्यादा फूलों की प्रजातियाँ शामिल होंगी, जिनमें गुलाब, गेंदा, पारिजात, बेला और दौना जैसे सुगंधित फूल प्रमुख हैं। ये फूल कुंभ परिसर से लेकर पूरे प्रयागराज में सजाए जाएंगे।
काशी के कई माली कुंभ में मौजूद रहेंगे, जो सुबह और शाम इन पौधों और फूलों की देखभाल करेंगे। इन मालीयों की मेहनत से फूलों की देखभाल सुनिश्चित की जाएगी। राज्य सरकार ने महाकुंभ के आयोजन को और आकर्षक बनाने के लिए प्रयागराज को सजाने का कार्य अंतिम चरण में पहुंचा दिया है। काशी के फूलों से महाकुंभ में सुगंध और सौंदर्य का माहौल बना रहेगा।