वाराणसी। प्रसिद्ध तुलसी घाट पर एक दक्षिण भारतीय व्यक्ति का शव मिलने से हड़कंप मच गया। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने कड़ी मसक्कत के बाद शव को पानी से बाहर निकाला। मिली जानकारी के अनुसार मृत व्यक्ति ने आत्महत्या करने से पहले अपना सुसाइड नोट पहले ही अपने घर भेज दिया था, जिससे घटना के कारणों का पता चल सका।
मृतक की पहचान गोविंद उम्र 65 निवासी वर्ष प्लॉट नंबर 44 नेहरू कॉलोनी वेलेरी कर्नाटक के रुप में हुई है, जो कि गुरुबाग के किसी होटल में रुके हुए थे और दर्शन पूजन के लिए वाराणसी आए थे। उन्होंने अपने अपने परिजनों से बात करके बताया कि मैं बैकुंठ जा रहा हूं और वह कल रात में 12:00 बजे तुलसी घाट पर जाकर गंगा में छलांग लगाकर आत्महत्या कर लिया।
जब शनिवार की सुबह पुलिस को तुलसीघाट पर शव मिलने की जानकारी हुई तो एनडीआरएफ की टीम ने बहुत ही कड़ी मश्क्त के बाद बॉडी को बाहर निकाला। जिसके बाद बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
तुलसीघाट के पंडा बटुक नाथ त्रिपाठी ने बताया कि काशी में मरने से मोक्ष मिलता है यह सभी जानते हैं और सभी की यही इच्छा होती है कि वह अपना शरीर काशी में ही त्यागे। यही सोचकर कर्नाटक के गोविंद ने भी गंगा में कूदकर आत्महत्या कर ली, जिससे उससे भी काशी में मरने के बाद मोक्ष की प्राप्ति हो सके, लेकिन इससे मोक्ष नहीं प्राप्त होती।
फिलहाल, पुलिस परिजनों को सूचित कर मामले की जांच पड़ताल कर रही है।