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Zepto समेत नामी कंपनियों के नाम पर ठगी: वाराणसी साइबर पुलिस ने झारखंड-बिहार से दो ठगों को किया गिरफ्तार

20 लाख की ठगी में वाराणसी साइबर पुलिस की बड़ी कार्रवाई - Zepto, Blinkit, Amul Dairy जैसी कंपनियों की फर्जी वेबसाइट बनाकर करते थे ठगी, भारी मात्रा में मोबाइल, लैपटॉप और कैश बरामद

 

वाराणसी, भदैनी मिरर। वाराणसी साइबर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। Zepto, Blinkit, Amul Dairy, Zudio जैसी नामी कंपनियों के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को पुलिस ने झारखंड और बिहार से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से भारी मात्रा में मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिमकार्ड, वाई-फाई राउटर और नकदी बरामद की गई है।

डीसीपी क्राइम सरवणन टी के अनुसार, आरोपियों ने वाराणसी के एक युवक से Zepto कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर लगभग 20 लाख 16 हजार 500 रुपए की ठगी की थी। इस संबंध में साइबर क्राइम थाना वाराणसी में धारा 318(4) बीएनएस व 66डी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।

इस तरह करते थे साइबर ठगी

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह गिरोह Zepto, Blinkit, Volmo, Amul Dairy, Dhani Finance, Zudio जैसी बड़ी कंपनियों की फर्जी वेबसाइट बनाकर आम लोगों को जाल में फंसाता था।
साइबर अपराधी इन वेबसाइटों के Google Ads और Meta प्लेटफॉर्म पर प्रचार करवाते थे, जिससे जब कोई व्यक्ति कंपनियों से जुड़ा कोई कीवर्ड सर्च करता, तो उनकी फर्जी वेबसाइट सबसे पहले दिखाई देती थी।

इसके बाद व्यक्ति जब उस साइट पर अपने विवरण भरता, तो डेटा सीधे अपराधियों के पास पहुंच जाता था। आरोपी फिर कॉल कर कंपनी का फर्जी इंटेंट लेटर, रजिस्ट्रेशन फॉर्म और इनवॉइस भेजकर रजिस्टेशन फीस, सिक्योरिटी मनी आदि के नाम पर ठगी करते थे।


गिरफ्तार आरोपियों में गैंग का सरगना मूल रूप से नवादा (बिहार) निवासी शातनु कुमार जो वर्तमान में गोईलकेरा, ईस्ट सिंहभूम (जमशेदपुर, झारखंड) और गिरोह का मुख्य सदस्य विकास कुमार निवासी नवादा (बिहार)शामिल है। डीसीपी ने बताया कि विकास कुमार पहले भी महाराष्ट्र में साइबर अपराध के मामले में जेल जा चुका है।

 पुलिस ने इनके पास से  14 मोबाइल फोन (कीमत ₹2.20 लाख), 2 लैपटॉप (कीमत ₹1.50 लाख), 2 वाई-फाई राउटर, 3 सिम कार्ड, 4 फर्जी दस्तावेज
और ₹54,500 नकद बरामद किया है। 

गिरफ्तार करने वाली टीम में साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक गोपाल जी कुशवाहा के नेतृत्व में निरीक्षक राकेश कुमार गौतम, उपनिरीक्षक संजय कनौजिया, शैलेन्द्र कुमार, विवेक सिंह, हेड कांस्टेबल रजनीकांत, गौतम कुमार, विजय कुमार सहित कई पुलिसकर्मी शामिल रहे।


डीसीपी क्राइम सरवणन टी ने बताया कि - “ये साइबर अपराधी गूगल एड के जरिए लोगों को भ्रमित कर बड़ी कंपनियों के नाम पर ठगी करते थे। वाराणसी साइबर पुलिस की सक्रियता से यह गैंग पकड़ में आया है। आगे इनके नेटवर्क की जांच जारी है।”