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वाराणसी में सात साल में पहली बार दीपावली के बाद नहीं है सिहरन, ठंड आने में है देरी 

सामान्य से 4.1 डिग्री ज्यादा दर्ज हुआ न्यूनतम तापमान, पछुआ न चलने और पुरवा हवाओं के असर से बढ़ी उमस — बीएचयू मौसम विभाग

 
वाराणसी, भदैनी मिरर। दीपावली के बाद काशी में इस बार सिहरन महसूस नहीं हुई। इसके उलट गर्मी और उमस ने लोगों को परेशान कर दिया। सात साल में पहली बार दिवाली के बाद न्यूनतम तापमान इतना ऊँचा दर्ज किया गया। बीएचयू मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को न्यूनतम पारा 24 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 4.1 डिग्री अधिक है। वहीं अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री दर्ज किया गया।
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार तापमान में 7 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, इस बार पछुआ हवा नहीं चलने और पुरवा के प्रभाव के कारण नमी और गर्मी दोनों बढ़ी हैं। वाराणसी में हवा की रफ्तार औसतन 5 किलोमीटर प्रति घंटा रही और नमी का स्तर 80 फीसदी तक पहुंच गया।
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस समय उत्तर भारत में कोई सक्रिय मौसम प्रणाली नहीं है। अफगानिस्तान के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय है, लेकिन उसका असर उत्तर प्रदेश तक आते-आते खत्म हो जाता है। इसलिए इस समय तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि अगले 10 दिनों तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। तापमान में एक से दो डिग्री की मामूली गिरावट हो सकती है, लेकिन सिहरन अभी दूर है। वहीं ठंड न बढ़ने से दीपावली के बाद आमतौर पर बढ़ने वाला प्रदूषण स्तर भी इस बार कम दर्ज हुआ।
मौसम विभाग का अनुमान
अगले पाँच दिनों तक वाराणसी में मौसम साफ रहेगा और ठंड की शुरुआत में अभी देर है। अधिकतम तापमान 32–33 डिग्री के आसपास और न्यूनतम 23–24 डिग्री तक बना रह सकता है।