वाराणसीः सपा सांसद को प्रशासन ने फिर दालमंडी जाने से रोका, बैठे धरने पर, सपाईयों ने किया हंगामा
टैगोर टाउन स्थित घर से निकलते ही फोर्स के साथ प्रशासन ने रोका
इससे पहले भी सांसद को रोका गया था, तब उन्होंने दस नवम्बर को किया था जाने का एलान
वाराणसी, भदैनी मिरर। पूर्वांचल की थोक मंडी दालमंडी चौड़ीकरण के विरोध में सोमवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। दालमंडी के व्यवसायियों का हाल जानने टैगोर टाउन स्थित घर से निकले चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में सपा प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने आज फिर रोक लिया। इससे नाराज सांसद समर्थकों संग वही धरने पर बैठ गये, जमकर नारेबाजी हुई। इस दौरान सपा सांसद ने प्रशासन पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया है। उधर, दालमंडी सड़क चौड़ीकरण के विरोध के बाद से फोर्स की मौजूदगी में तोड़फोड़ की कार्रवाई तेज हो गई है।
आपको बता दें कि चार दिन पहले भी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर सांसद ने दालमंडी जाने का एलान किया था। तब भी पुलिस प्रशासन ने उन्हें घर के पास रोक लिया और जाने नही दिया। उस समय प्रशासनिक अधिकारी ने देव दीपावली, वीवीआईपी आगमन का हवाला दिया था। उस समय सांसद मान गये और दस नवम्बर को दालमंडी जाने का एलान किया था। यह भी कहा था कि इस दौरान किसी दुकान या मकान पर हथौड़ा नही चलना चाहिए। लेकिन हथौड़े चलते रहे। अब दालमंडी चौड़ीकरण के खिलाफ आवाज उठाने के लिए सोमवार को अपने आवास टैगोर टाउन कॉलोनी से निकले। इस पर फिर पहले से फोर्स तैनात रही और उन्हें रोक लिया। इससे नाराज सांसद वीरेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटेल समेत समर्थक वहीं धरने पर बैठ गए।
सपा सांसद ने कहाकि पिछली बार हमें प्रशासन ने रोका तो हमने उनकी समस्याओं को समझते हुए कार्यक्रम स्थगित कर दिया था। अब दूसरी बार दालमंडी के व्यापारियों से मिलने को निकले तो प्रशासन ने बिना किसी कारण रोक दिया। सांसद ने कहा कि व्यापारियों लगातार बुलावे पर हम वहां जा रहे हैं। प्रशासन को भीड़ की चिंता है तो हमें केवल 5 लोगों के साथ दालमंडी जाने की अनुमति दें या खुद साथ चलें। लेकिन जिला प्रशासन इस पर भी सहमत नहीं हुआ। उन्होंने प्रशासन पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया। हम यह मामला संसद में उठाएंगे। सपा सांसद और उनके सहयोगियों को रोकने के लिए मौके पर एडीएम सिटी आलोक वर्मा, डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार, एसीपी कैंट समेत अन्य अधिकारी पहुंचे थे। सांसद का कहना है कि प्रशासन दालमंडी के व्यापारियों का उत्पीड़न कर रहा है। गड़बड़ियां हो रही हैं। प्रशासन नही चाहता कि हम उनकी कारस्तानियों को जाने या देखें, इसीलिए हमें वहां जाने से बार-बार रोका जा रहा है।