वाराणसी : व्यापारियों से करोड़ों की धोखाधड़ी में शामिल ऋचा भार्गव पर 15 हजार का इनाम
विनायका रेजीडेंसी की रहनेवाली ऋचा के पति शरद को पुलिस पहले की कर चुकी है गिरफ्तार
बनारस के थानों में दर्ज हैं पांच मुकदमे, दोनों हरियाणा में सोनीपत में उड़ा रहे थे मौज
वाराणसी, भदैनी मिरर। संगठित गिरोह बनाकर वाराणसी के बड़े व्यापारियों को सात करोड़ रूपये से अधिक का चूना लगाने वाले जालसाज शरद भार्गव की पत्नी ऋचा भार्गव की गिरफ्तारी पर एसीपी काशी जोन ने 15 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। शरद और उसकी पत्नी वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के विनायका रेजीडेंसी के फ्लैट नं० 903 में रहकर करोड़ों की धोखाधड़ी को अंजाम दे चुके हैं। इनके खिलाफ कोतवाली, चौक और चेतगंज थानों में विभिन्न धाराओं में पांच मुकदमे दर्ज हैं। अब यह दोनों हरियाणा के सोनीपत में आलीशान फ्लैट में मौज कर रहे थे।
पिछले दिनों लंका पुलिस सोनीपत जाकर शरद भार्गव को गिरफ्तार कर वाराणसी लायी और उसे जेल भेज दिया। लेकिन उसकी पत्नी ऋचा भार्गव फरार है। अब उस पर इनाम घोषित हो जाने के बाद पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। धोखाधड़ी के इस खेल में शरद, उसकी पत्नी ऋचा के अलावा गिरोह में और लोग शामिल हैं। पुलिस उन पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। एसीपी ने बताया कि शरद संगठित गिरोह के साथ मिलकर बड़े व्यापारियों को तरह-तरह से मुनाफे दिलाने के नाम पर उनसे नकद या कीमती सामान लेकर हड़प लेता था। मुकदमे दर्ज होने के बाद वह स्टे ले लेता था। शरद वित्तीय धोखाधड़ी गिरोह का सरगना है।
आपको बता दें कि भेलूपुर थाना क्षेत्र के अस्सी मोहल्ले में स्थित डुमराव बाग के आशीष मारवाल ने लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। आशीष इस समय सामने घाट क्षेत्र में रहते हैं। लंका पुलिस ने शरद और उसकी पत्नी के खिलाफ धारा 316(5)/318(4)/111(2) (ख) के तहत मुकदमा दर्ज किया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि शरद भार्गव और उसकी पत्नी ऋचा भार्गव ने व्यापार करने के उद्देश्य से उनसे 1 करोड़ 30 लाख रूपये लिए। भारी मुनाफे का प्रलोभन दिया। लेकिन कोई मुनाफा नही मिला तो भुक्तभोगी ने अपना मूल धन वापस करने के लिए दबाव बनाया। कई बार तगादा करने पर दम्पती ने 45 लाख रूपये दिये और 85 लाख रूपये हड़प लिये। इसके बाद लंका पुलिस उसकी तलाश में जुट गई। पुलिस को सर्विलांस और मुखबिर के जरिए पता चला कि करोड़ों की धोखाधड़ी के बाद शरद और ऋचा हरियाणा के सोनीपत में आलीशान फ्लैट लेकर चैन की बंशी बजा रहे हैं। इसके बाद 18 अक्टूबर को पुलिस शरद को गिरफ्तार कर बनारस ले आई थी।